पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) आम जनता की तरह अब जानवरों को भी आधार कार्ड देने की योजना बनाई जा रही है। पुणे जिले के करीबन 10 लाख गाय,भैंस,बैलों को आधार कार्ड देने की घोषणा राष्ट्रीय पशुरोग नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत की गई है। आधार कार्ड 12 अंकों का होगा। ऑनलाईन लिंक किया जाएगा। एक क्लिक पर आधार कार्ड को देखा जा सकेगा।
गाय,भैंस,बैलों को टीकाकरण का काम युद्धस्तर पर किया जा रहा है। साथ ही पहचान के लिए बिल्ला लगाने का काम भी हो रहा है। जानवरों की संपूर्ण जानकारी इंटरनेट पर डालने का काम हो रहा है। पुणे जिले के आंबेगांव तहसील में 55 हजार जानवरों को टीकाकरण,बिल्ला देने का काम और आधार कार्ड बनाने का काम हो चुका है। ऐसी जानकारी गटविकास अधिकारी जालिंदर पठारे ने दी।
आधार कार्ड और बिल्ला में जानवरों की उम्र,लिंग,कलर,प्रजाती,सिंग,पूंछ,कब जन्म हुआ,कब गाबिन हुई,कौन सी बीमारी से ग्रस्त है आदि जानकारी को संकलित करके जानवरों का पहचान पत्र बनाने का काम हो रहा है। अगर जानवरों को कोई बीमारी हुई तो आधार कार्ड से लिंक करके इलाज प्रक्रिया शुरु की जाएगी। पशुधन मालिक इस कार्य में पशु विभाग के कर्मचारियों अधिकारियों की सहायता करें सहयोग करें। ऐसी अपील पशुधन विकास अधिकारी डॉ.अतुल चिखले ने की है। आंबेगांव में कुल 30 पशु वैद्यकीय दवाखाना है। जिसमें डॉक्टर,कर्मचारी कुल मिलाकर 100 लोग कार्यरत है। पशुओं को टीकाकरण,बिल्ला,बीमारी का इलाज और जानकारी देना अनिवार्य है। अगर इस काम में कोई बाधा अथवा अडचन पैदा करने की कोशिश करेगा तो उस पर जुर्माना के रुप में 1000 रुपये दंड लगेगा।
प्राकृतिक आपदा,विद्युत तार करंट लगने,अन्य जानवरों के हमले से अगर किसी जानवर की मृत्यू जो जाती है तो संबंधित मालिक को सरकार की ओर से कोई क्षतिपूर्ति का मुआवजा रकम नहीं दी जाएगी। किसी भी बैंक से कर्ज लिया हो तो विमा रकम मिलने के लिए बिल्ला बंधनकारक रहेगा।
.