पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) देश में कोरोना महामारी के चलते पिछलेे 7 महीने से सभी धार्मिक स्थल और धार्मिक त्योहार पर कई पाबंदिया लगाई गई हैं। उन पाबंदियों के साथ लोंगों को चलना पड़ रहा है। इस साल महामारी के चलते धार्मिक पर्व-त्योहार भी पहले की तरह लोग नहीं मना पा रहे हैं। दिवाली और छठ का महापर्व आने वाला है। इसको लेकर कई लोगों में असमंजस की स्थिति दिखाईं दे रही है।
हर साल पुणे और पिंपरी चिंचवड़ शहर में उत्तर भारतीयों द्वारा छठ पूजा पर इंद्रायणी,पवना, मुला, नदियों के घाटों पर आस्था का महापर्व छठ पर लाखों श्रद्धालु डूबते और उगते सूर्य को अर्घ्य देकर इस महापर्व को मनाते हैं। इसकी तैयारियां महीने भर पहले शुरू हो जाती है,लेकिन इस साल अभी तक इस पूजा को लेकर सरकार की तरफ से कोई दिशा-निर्देश नहीं आया है। ऐसे में आयोजक असमंजस की स्थिति में हैं।
इस बारे में पिंपरी-चिंचवड़ महानगर पालिका के आयुक्त श्रावण हार्डीकर से जब पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इस साल कोरोना महामारी संकट को देखते हुए सभी धार्मिक त्योहार जिसमें ज्यादा भीड होती है ऐसे सभी त्योहारों पर कोरोना महामारी के चलते पाबंदी लगाई गई हैं,सभी धार्मिक स्थल बंद किए गए हैं, लेकिन जिस तरह गणेश उत्सव, नवरात्रि उत्सव, दशहरा और ईद मनाई गई है उसी तरह आने वाले त्योहार मनाए जाएंगे। छठ महापूजा के लिए सरकार द्वारा जो गाइडलाइन जारी की जाएगी उसी के अनुसार आस्था का महापर्व छठपूजा मनाया जाएगा। शहर के सभी घाटों को भावी भक्तों द्धारा सजाया जाता है। छठपूजा में होने वाली भीड को देखते हुए गाइडलाइन जल्द ही जारी होगी। ऐसा मनपा आयुक्त श्रावण हर्डीकर ने हमारे संवाददाता से कहा।
मालूम हो कि देश के साथ साथ पिंपरी चिंचवड शहर में बडे पैमाने पर छठपूजा धूमधाम से मनाया जाता है। मोशी घाट,पिंपरी के झुलेलाल घाट,मोरया गोसावी चिंचवड,थेरगांव बोट क्लब,पिंपरी गांव,आलंदी,देहूरोड,चिखली,गणेश तालाव,गणपति विसर्जन घाट चिंचवड,रहाटणी,दिघी,जाधववाडी आदि घाट,एवंम नदियों पर बडे उत्साह के साथ छठ महापर्व मनाया जाता है।