पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) पिंपरी चिंचवड मनपा की स्थायी समिति सभा में आज एक एतिहासिक निर्णय हुआ। पिछले एक साल में कोरोना डियुटी के दौरान निधन कर्मचारियों के वारिसदारों को सरकारी नौकरी और 25 लाख रुपये आर्थिक मदद के प्रस्ताव को मंजूरी दी। कुल 13 पालिका कर्मचारी कोरोना डियुटी के दौरान दूसरों की जान बचाते अपनी जान गंवा बैठे है। ऐसे 13 कर्मचारियों के वारिसदारों को नौकरी और आर्थिक मदद दी जाएगी। इसके लिए कुल 3 करोड 25 लाख रुपये की मान्यता आज स्थायी समिति में दी गई। ऐसी जानकारी पत्रकार परिषद में सभापति नितिन लांडगे ने दी।
ठेकेदार की ओर से नियुक्त रोजनदारी,मानधन वाले कर्मचारियों को भी आर्थिक मदद दी जाएगी। इस बारे में 9 जुलाई 2020 को निर्णय लिया गया था कि कोरोना के दौरान डियुटी पर तैनात अगर किसी कर्मचारी की मौत हो जाती है तो विमा सुरक्षा कवच के अनुसार केंद्र,राज्य सरकार की ओर से 50 लाख रुपये और पालिका में नौकरी तथा 25 लाख की आर्थिक मदद देने का निर्णय लिया गया था। अगर कोई अनुकंपा तत्व पर नौकरी नहीं स्वीकार की तो उसे अतिरिक्त 25 लाख रुपये दिया जाएगा।
अतिरिक्त आयुक्त उल्हास जगताप ने बताया कि कोरोना के दौरान कुल 23 कर्मचारियों की मृत्यु हुई। इसमें से केवल 13 कर्मचारियों के वारिसदारों ने कागजातों की पूर्ति की है। इनको यथाशीघ्र 25 लाख दिया जाने वाला है। शेष 7 वारिसदारों की कागजात तैयार है। उनको भी शीघ्र ही मदद दी जाएगी। तीन वारिसदार ऐसे है जिनका कागजात तैयार नहीं।