पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसान दिल्ली की सीमा पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों के आंदोलन के लिए पॉप स्टार रेहाना के समर्थन ने दुनिया भर में बहस छेड़ दी है। रेहाना के ट्वीट के बाद कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा शुरू हो गई है और दुनिया भर में किसानों के आंदोलन का समर्थन किया जा रहा है। पर्यावरणविद् ग्रेटा थुनबर्ग पोर्नस्टार मिया खलीफा ने भी किसानों के आंदोलन का समर्थन करते हुए भारत सरकार की आलोचना की। इसके लिए कई भारतीय हस्तियों ने कहा कि हमारे आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप न करें। अब एनसीपी नेता छगन भुजबल ने मशहूर हस्तियों के बारे में कहा कि मैं कलाकारों के विचारों का सम्मान करता हूं। भारतीय कलाकारों का कहना है कि यह हमारे देश का एक आंतरिक मुद्दा है। फिर आप किसानों के मुद्दों पर बात करते हैं। यदि यह आपके देश का प्रश्न है तो आपको पहले बोलना चाहिए। फिर विदेशी कलाकारों से बात करें। पुणे में आज छगन भूजबल बोल रहे थे। भूबजल ने कहा कि किसी धर्म के बारे में टीका करना गलत है। बोलते समय शब्दों का ध्यान रखना चाहिए।
शार्जील उस्मानी द्वारा एलगार सम्मेलन में दिए गए विवादित बयान पर बोलते हुए भुजबल ने कहा कि मेरा एकमात्र मत है कि सभी को अपनी बात रखने का अधिकार है। लेकिन जब किसी धर्म के बारे में बात की जाती है तो शब्दों के बारे में जानकारी होना बहुत जरूरी है। हमें यह सोचने की जरूरत है कि हम किन शब्दों का इस्तेमाल करते हैं। आलोचना करें लेकिन सावधान रहें कि दूसरे लोगों के धर्म और क्रोध को चोट न पहुंचे। वे यह भी कह सकते हैं कि शारजील मनुवाद के बारे में बात करना चाहते थे लेकिन हम मनुवाद के बारे में भी बात करते हैं, किताबें जलाते हैं। लेकिन उनके द्वारा इस्तेमाल किए गए अलग-अलग शब्दों ने हलचल मचा दी। अब से मेरी सभी से एक अपील है। मुझे नहीं लगता कि एक-दूसरे के धर्मों की आलोचना या चर्चा करने का कोई दायित्व होना चाहिए। लेकिन उसके लिए सीमाएं होनी चाहिए और शब्द का सही इस्तेमाल करना चाहिए। ताकि किसी को चोट न लगे। किसी को भी बोलना नहीं चाहिए और पुलिस सही फैसला करेगी। ऐसा विश्वास है।
क्या आपको लगता है कि मुनगंटीवार पार्टी छोड़ देंगे?
जब भुजबल से मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और भाजपा नेता सुधीर मुनगंटीवार के बीच बैठक के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मुनगंटीवार मुख्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री फड़णवीस से मिल सकते हैं। उनसे कोई भी मिल सकता है। मुख्यमंत्री राज्य का मुख्यमंत्री होता है। मिलने में कोई बुराई नहीं है। यही बात भुजबल ने कही। आगे बोलते हुए कहा कि आपको क्यों लगता है कि मुनगंटीवार आएंगे,वे पार्टी छोड़ देंगे?