पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) पिंपरी चिंचवड शहर के आयुक्त कृष्ण प्रकाश के आंखों से आंसू निकल पडे जब वो एक मार्मिक,ह्दय विदारक कविता को सुना। कविता को सुनते ही आयुक्त भावनात्मक हो उठे। उनका गला भर आया और आंखों में आंसू छल आए।
आज आयुक्तालय में सतारा जिला के मलशी माण की रहने वाली एक कन्या रितुजा पाटिल अपने पिता के बिछडने के गम में देव घरचा बाबा नामक कविता आयुक्त को सुनायी। रितुजा पाटिल के पिता का निधन हो गया है। पिता की याद में एक कविता तैयार की जो काफी मार्मिक,ह्दयविदारक,दिल को छू लेने वाली है। कविता को सुनकर आयुक्त का गला भर आया और आंखों में आंसू छलक गए।
आयुक्त कृष्ण प्रकाश के बारे में अगर संक्षिप्त में कहा जाए तो वे नारियल की तरह बाहर से कठोर और अंदर से नरम है। वे एक भावनाओं से भरे इंसान है। जीवन संघर्षमय रहा। गरीबी,दुखों के पहाड को लांगते हुए इस मुकाम तक पहुंचे। यही कारण है कि सामने वाले के दुख,दर्द को अपना समझते है मानो कल की ही कोई बात हो।