पुणे (व्हीएसआरएस न्यूज) महाराष्ट्र में पुणे के डेक्कन जिमखाना इलाके में शुक्रवार शाम मूला नदी पर बने भिडे पुल से गिरकर दो लोगों के डूबने की आशंका है। दमकल विभाग के अधिकारी संजय नैकनवारे ने कहा कि सौरभ कांबले (17) और ओमकार उधभते (21) तस्वीरों के लिए पोज दे रहे थे कि तभी यह हादसा हो गया। इन लोगों के एक दोस्त के हवाले से उन्होंने कहा,कांबले ने अपना संतुलन खो दिया और गिर गया। उधभते उसे पकड़ने की कोशिश करते हुए आगे बढ़ा और गिर गया।उन्होंने कहा कि उनके शव अभी तक नहीं मिले हैं।
महाराष्ट्र के पुणे, औरंगाबाद और कोंकण संभागों में पिछले तीनों में भारी बारिश और उसके बाद आई बाढ़ के कारण कम से कम 48 लोगों की मौत हो गयी जबकि लाखों हेक्टयर क्षेत्र में बड़े पैमाने पर फसल बर्बाद हो गई। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि पश्चिमी महाराष्ट्र के पुणे संभाग में 29, मध्य महाराष्ट्र के औरंगाबाद संभाग में 16 और तटीय कोंकण में तीन लोगों की वर्षाजनित घटनाओं में मौत हो गयी। पुणे के संभागीय आयुक्त कार्यालय के अनुसार पश्चिमी महाराष्ट्र में भारी वर्षा और बाढ़ से 3000 से अधिक मकान क्षतिग्रस्त हो गये जबकि 40000 से अधिक को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। एक अधिकारी ने कहा,सोलापुर में 14, सांगली में छह,पुणे में सात और सतारा में दो व्यक्तियों की जान चली गयी जबकि पुणे में एक, सांगली में तीन और सोलापुर में चार लोग अब भी लापता है। उन्होंने बताया कि पुणे,सोलापुर,सतारा और सांगली जिलों में 87,000 हेक्टेयर में फैले गन्ना,सोयाबीन,सब्जियों, चावल,अनार और कपास जैसी फसलों को नुकसान हुआ है। उनके अनुसार सोलापुर,सांगली,सतारा और पुणे जिलों में भारी बारिश और उसके बाद आई बाढ़ से 1021 मवेशी मर गये, कुल 3156 मकान क्षतिग्रस्त हो गए तथा 100 झुग्गियां नष्ट हा गयीं। सोलापुर,सांगली,सतारा और पुणे जिलों में 10,349 से 40,036 अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया। अधिकारी के अनुसार औरंगबाद क्षेत्र में सोयाबीन, बाजरा,कपास,केले,सूर्यमुखी आदि फसलें नष्ट हो गयी। कोंकण क्षेत्र में 326 मकान क्षतिग्रस्त हो गये।