Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) ग्रीष्मकालीन अवकाश और शादी विवाह का मुहुर्त जोरदार होने की वजह से उत्तर भारत की ओर जाने वाली रेलवे ट्रेनों में इस समय काफी भीड़ है। भीड़ दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है क्योंकि उत्तर भारत से प्रवासी अपने गृह राज्यों में जा रहे हैं। भीड़ कम करने के लिए ट्रेनों की संख्या बढ़ाई गई है। हालांकि, यात्रियों की संख्या दोगुनी से भी ज्यादा हो जाने के कारण रेलवे प्रशासन को टिकटों की बिक्री रोकने का कदम उठाना पड़ा है।
मध्य रेलवे के पुणे खंड से अप्रैल से जून तक विशेष ट्रेनों की 246 फेरी की योजना बनाई गई है। इनमें से लगभग 90 प्रतिशत पुणे स्टेशन से प्रस्थान या आगमन कर रहे हैं। उत्तरी राज्यों से बड़ी संख्या में प्रवासी कामगार पुणे में हैं। वे अपने मूल राज्य वापस जा रहे हैं। सभी उत्तर भारत की ओर जाने वाली ट्रेनें हाउसफुल जा रही है। पैर रखने की जगह नहीं है। स्लीपर क्लास डिब्बों के शौचालय में लोग बैठकर अंदर से दरवाजा बंद रखते है। महिलाओं,बच्चों को शौच के लिए बडी परेशानी उठानी पड रही है। स्लीपर कोच जनरल डिब्बे में तब्दील हो गए। रिकॉर्ड तोड भीड़ से एसी 3 कोच भी अछूते नहीं हैं। वहां भी लोग वेटिंग टिकट पर यात्रा कर रहे है। गर्मी की छुट्टियों के चलते ट्रेनों में भी भीड़ बढ़ गई है। रेलवे की ओर से भले ही समर स्पेशल ट्रेनों की संख्या बढ़ा दी गई है, लेकिन इन ट्रेनों में यात्रियों को बैठने के लिए जगह नहीं मिल रही है।
रेलवे के सूत्रों के मुताबिक, कई राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि प्रवासी श्रमिकों को एक साथ टिकट देकर अपने साथ ले जा रहे हैं। विशेष ट्रेनों के टिकट बेचते समय क्षमता से दोगुनी टिकटें बेची जाती हैं। इसके बाद ट्रेनों में भीड़भाड़ से बचने के लिए उस ट्रेन की टिकट बिक्री बंद कर दी जाती है। टिकटों की बिक्री बंद होने के बाद भी यात्री बिना टिकट ट्रेनों में प्रवेश कर रहे हैं। इसलिए इन ट्रेनों में काफी भीड़ हो रही है। कई बार तो कई ट्रेनों की जांच के लिए टिकट निरीक्षक भी अंदर नहीं जा पाते।
लोकसभा चुनाव के मतदान के चलते समर स्पेशल ट्रेनों में भारी भीड़ देखने को मिल रही है। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए रेलवे सुरक्षा बल के अतिरिक्त जवानों की तैनाती के साथ-साथ टिकट निरीक्षकों की संख्या भी बढ़ा दी गई है। स्टेशन पर भीड़ पर नजर रखते हुए वरीय अधिकारियों द्वारा तत्काल कदम उठाये जा रहे हैं।