National News नई दिल्ली (व्हीएसआरएस न्यूज) कुछ दिनों पहले, केंद्रीय चुनाव आयोग द्वारा राष्ट्रवादी कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और भाकपा का राष्ट्रवादी पार्टी का दर्जा रद्द कर दिया गया था। यह फैसला एनसीपी के लिए बड़ा झटका है। जहां ये चर्चाएं चल रही हैं वहीं अब संभावना जताई जा रही है कि एनसीपी पार्टी को एक और झटका लग सकता है।
दिल्ली में एनसीपी को दिया गया बंगला छीने जाने की संभावना है। दिल्ली सरकार की ओर से जल्द ही एनसीपी और सीपीआई को भी इसी तरह का नोटिस जारी किया जा सकता है। बताया जा रहा है कि इन दोनों राजनीतिक दलों को दिए गए सरकारी बंगलों को वापस लेने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। एनसीपी और सीपीआई के साथ ही तृणमूल कांग्रेस पार्टी को भी दिल्ली में आवंटित जमीन लौटानी पड़ सकती है। तृणमूल कांग्रेस को दिल्ली में पार्टी कार्यालय बनाने के लिए जमीन दी गई थी।
एनसीपी ने दिल्ली में पार्टी कार्यालय के लिए प्लॉट की मांग की। कई प्लॉट एनसीपी ने देखे थे। हालांकि, पार्टी कार्यालय का निर्माण नहीं किया गया था क्योंकि एनसीपी को अब तक कोई जगह पसंद नहीं आई थी। तृणमूल कांग्रेस पार्टी को दिल्ली के दीनदयाल उपाध्याय मार्ग पर 1008 वर्ग मीटर का प्लॉट दिया गया था। हालांकि अब जब राष्ट्रीय दल का दर्जा रद्द कर दिया गया है तो संभावना जताई जा रही है कि यह भूखंड राष्ट्रवादी से वापस ले लिया जाएगा। चुनाव आयोग ने शरद पवार को बड़ा झटका दिया है। एनसीपी से उसका राष्ट्रीय दल का दर्जा छीन लिया गया है। इसलिए यह दल क्षेत्रीय दल के रूप में ही कार्य करेगा। एक पार्टी का कम से कम चार राज्यों में अस्तित्व होना चाहिए। एनसीपी को इन सभी नियमों से अयोग्य घोषित कर दिया गया है। यह कार्रवाई सिर्फ राष्ट्रवादी पार्टी ही नहीं बल्कि कुछ अन्य पार्टियों के खिलाफ भी की गई है।