पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) पुणे में राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि पुणे के 19 नगरसेवक भाजपा को छोडकर जाने की स्थिति में है।भारतीय जनता पार्टी छोड़ने की तैयारी कर रहे हैं। पिछले नगरपालिका चुनाव में भाजपा को पुणे में बड़ी सफलता मिली थी। भाजपा के 98 पार्षद चुने गए। नगरपालिका चुनावों से पहले एनसीपी,कांग्रेस और एमएनएस के मुकबाले भाजपा के नगरसेवकें की संख्या कम थी। हालांकि चर्चा है कि इनमें से कुछ नगरसेवक पार्टी छोड़ने के लिए तैयार हैं। हालांकि भाजपा सांसद गिरीश बापट ने इस चर्चा से इनकार किया है। गिरीश बापट ने दावा किया कि कोई भी भाजपा नगरसेवक पार्टी नहीं छोड़ेगा। इतना ही नहीं बल्कि भाजपा शहर अध्यक्ष जगदीश मुलिक ने भी इस चर्चा का खंडन किया है।
मुलिक ने कहा कि इस खबर में कोई तथ्य नहीं है कि नगरसेवक भाजपा से परेशान है। हमारा कोई भी कॉर्पोरेटर कहीं नहीं जाएगा। केवल चर्चा है खबरों को छापकर लाने का स्टंटबाजी है। मीडिया में ऐसी अफवाहें हैं कि भाजपा के नगरसेवक परेशान हैं।झूठी खबर फैलाई जा रही है। देवेंद्र फड़नवीस ने दावा किया कि कोई भी व्यक्ति भाजपा नहीं छोड़ रहा है,इसके विपरीत अगले कुछ दिनों में कुछ लोग हमारे पास आएंगे।
पुणे नगर निगम में भाजपा की सत्ता
वर्तमान में पुणे पालिका पर भाजपा का नियंत्रण है। भाजपा ने एनसीपी को हराकर पुणे पालिक जीता था। पुणे में अजीत पवार की एनसीपी सत्ता से बाहर है। पिंपरी चिंचवड में भी सत्ता से बाहर है। अजीत पवार खोई प्रतिष्ठा पाने के लिए वापस दोनों मनपाओं में सत्ता वापसी चाहते है। पुणे में भाजपा के नगरसेवक बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। भाजपा के शासन में पुणे में विकास हो रहा है। इसलिए आगामी 2022 के पुणे पालिका चुनाव में भाजपा एक बार फिर से चलेगी। पिछले महीने भाजपा सांसद गिरीश बापट ने भविष्यवाणी की थी कि पुणे में 100 से अधिक भाजपा-आरपीआई नगरसेवक चुने जाएंगे क्योंकि भाजपा ने विकास का अपना वादा पूरा किया। पुणे मनपा का चुनाव 2022 में हो रहा है। सभी दल अभी से इस चुनाव की तैयारी में लगे है।