पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) राज्य में कई लोग अब मुख्यमंत्री के पद का सपना देख रहे हैं। क्योंकि ओबीसी समुदाय की एक अलग जनगणना होनी चाहिए,जालना में एक रैली आयोजित की गई थी। मार्च में ओबीसी समुदाय के कई वरिष्ठ नेताओं ने भाग लिया। उस समय मोर्चाकारों ने अब के मुख्यमंत्री ओबीसी के एक ही बैनर को फ्लैश किया और एक घोषणा भी की। दूसरी तरफ मुख्यमंत्री पद की मांग ओबीसी के लिए उतनी ही है जितनी कि दलितों के लिए है। केंद्रीय मंत्री रामदास ने कहा कि उद्धव ठाकरे की वजह से ऐसा नहीं होगा ओबीसी समुदाय मुख्यमंत्री बनने की मांग कर रहा है। वही मांग दलित समुदाय के साथ है। लेकिन मैं सीएम नहीं बनूंगा। मुझे पता है मैं नहीं कर सकता। उद्धव ठाकरे के रूप में वह ओबीसी समुदाय के मुख्यमंत्री नहीं होंगे। लेकिन रामदास आठवले ने विचार व्यक्त किया है कि ओबीसी समुदाय मराठा समुदाय से बड़ा है। साथ ही जाति-वार जनगणना करने की जरूरत है।
किसान आंदोलन समाप्त होना चाहिए
हम पहले ही लोकसभा में मतदान कर चुके हैं। जनगणना से जातिवाद नहीं होता। इसलिए सभी को अपनी जाति की ताकत का पता चल जाएगा। आठवले ने यह भी कहा कि वह इसके लिए प्रयास करेंगे कि किसान आंदोलन समाप्त हो जाए। सुप्रीम कोर्ट द्वारा केंद्र सरकार के कृषि कानूनों को तुरंत निलंबित करने के बाद राजधानी दिल्ली की सीमा पर किसानों का आंदोलन रोक दिया जाना चाहिए था।कानून वापस लेना सही नहीं है। आठवले ने कहा कि कानून को वापस लेने के लिए मजबूर करना गलत है। वहीं शरद पवार किसानों की समस्याओं को जानते हैं। अब शरद पवार को कृषि कानून का अध्ययन करना चाहिए। आठवले ने यह भी कहा कि पवार को कानून में बदलाव का सुझाव देना चाहिए।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को निशाना
केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को निशाने पर लिया। शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे की पहली पूर्ण आकार की प्रतिमा का शनिवार को मुंबई में अनावरण किया गया। बालासाहेब की इस प्रतिमा के बारे में आप क्या सोचते हैं? पत्रकारों से पूछे जाने पर आठवले ने कहा कि बालासाहेब की मूर्ति को देखने के बाद मुझे लगता है कि वह उद्धव को बता रहे हैं कि उन्होंने गलत निर्णय लिया है। साथ ही उद्धव ठाकरे बीजेपी के साथ लौट आए हमें महाविकास अघाड़ी की सरकार का भविष्य नहीं दिख रहा है। आठवले ने यह भी भविष्यवाणी की कि या तो कांग्रेस पार्टी पीछे हट जाएगी या उद्धव ठाकरे दोनों दलों से ऊब कर हमारे साथ आएंगे।