पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) पुणे के बाद पिंपरी चिंचवड शहर में एक चौंकाने वाली घटना हुई है,जो गैंगवार के कारण चर्चा में है पिंपरी विधानसभा क्षेत्र के राकांपा विधायक अन्ना बनसोडे दिनदहाडे गोली मारकर हत्या का असफल प्रयास किया गया। तानाजी पवार उस व्यक्ति का नाम है जिसने चार राऊंड गोलियां चलाई। विधायक अन्ना बनसोडे का कार्यालय चिंचवड स्टेशन के पास है। इसी इलाके में एक व्यक्ति ने बुधवार दोपहर करीब 1 बजे विधायक बनसोडे पर पिस्तौल तान दी। सौभाग्य से बंसोडे बाल बाल बच गए और कोई भी घायल नहीं हुआ्। यह घटना दोपहर एक बजे के आसपास हुआ्। घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस में हड़कंप मच गया। आरोपी तन्हाजी पवार को पिंपरी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और गोली मारने के सही कारण का पता लगा रही है। विधायक अन्ना बनसोडे ने संवाददाताओं से कहा,इस मामले में पुलिस उचित कार्रवाई करेगी।
गोलीबारी का पालिका कचरा ठेका कनेक्शन या कुछ और-
घटना के बारे में बोलते हुए,विधायक बनसोडे ने कहा एंथनी एक ठेकेदार है। मैं उसे नहीं जानता। वह साढ़े तीन साल से ठेकेदारी का काम कर रहा है। उनके पास तन्हाजी पवार के रूप में एक सुपरवाइजर है। उसे मेरे पीए ने बुलाया था। मैं पिछले दस दिनों से उसे फोन कर रहा था। उनसे कहा कि दो लोगों को काम पर ले रख लें। आज कार्यालय में मिलने आया था। बात नहीं जमी तो मुद्दा बंद करने को कहा। कार्यालय से बाहर निकलते ही मेरे उपर फायरिंग कर दी। वह पहले से योजना बनाकर आया था। क्योंकि उसके साथ उसका साथी उसका साला भी था। उनके पास एक पिस्तौल भी थी। विधायक बंसोडे का ऐसा दावा है।
जब उसने गोलीबारी की तो मेरे कार्यकर्ताओं ने पकड कर पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस जांच कर रही है कि उसे किसने भेजा था। यदि अपशिष्ट ठेकेदार के पास पिस्तौल रखने वाला पर्यवेक्षक है,तो क्या होगा? अन्ना बनसोडे उप मुख्यमंत्री अजीत पवार के करीबी हैं,जिन्हें विधायक अन्ना बनसोडे ने समर्थन दिया था जब उन्होंने फड़नवीस के दूसरे कार्यकाल के दौरान भाजपा के साथ गठबंधन किया था। वह अजीत पवार के प्रति वफादार है।
गोलीबारी का कनेक्शन कहीं न कहीं पालिका के कचरा ठेके से जुडा मामला दिखाई पडता है। पालिका में ठेका लेने की स्पर्धा चल रही है। केवल दो आदमी ठेके पर काम पर रखने की बात पर कोई विधायक पर गोली चलाएगा यह बात गले के नीचे से नहीं उतर रही है। दाल में कुछ काला है। पुलिस जांच के बाद सारा मामला उजागर होगा कि फायरिंग की असली वजह क्या थी?