Pcmc News पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) लोकसभा चुनाव की जंग शुरू होने से पहले ही मावल से शिवसेना सांसद श्रीरंग बारणे और ठाकरे ग्रुप के उम्मीदवार संजोग वाघेरे के बीच विश्वासघात को लेकर आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गया है। इसको लेकर शहर में राजनीतिक माहौल भी गरमाने लगा है। हालांकि यह तय नहीं हुआ है कि महागठबंधन में कौन सी पार्टी मावल की सीट लडेगी, लेकिन मौजूदा सांसद श्रीरंग बारणे ने यह कहते हुए प्रचार शुरू कर दिया है कि महागठबंधन से उनकी उम्मीदवारी तय है। ऐसी संभावना है कि महाविकास अघाड़ी से ठाकरे समूह को मावल सीट मिलेगी,उद्धव ठाकरे ने संजोग वाघेरे की उम्मीदवारी की घोषणा की है। इसलिए उन्होंने प्रचार भी शुरू कर दिया है। बारणे और वाघेरे में गद्दारी को लेकर आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गए हैं। दोनों ने पार्टियां बदल ली हैं। बारणे कांग्रेस से शिवसेना में शामिल हुए। वह अब मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के साथ हैं, जबकि वाघेरे एनसीपी से ठाकरे गुट में शामिल हो गए हैं।
सांसद बारणे ने किया विश्वासघात। वाघेरे ने कहा कि गद्दार को मावल से उखाड़ फेंका जायेगा। हर कोई जानता है कि वे किस पार्टी से हैं। उन्होंने सत्ता के लिए पार्टी छोड़ दी। हमने सिद्धांतों के लिए पार्टी छोड़ी। हम सत्ता के लिए किसी दूसरी पार्टी के पास नहीं गये। साथ ही वाघेरे ने आरोप लगाया कि सांसदों ने दस साल में क्षेत्र में कोई काम नहीं किया है। वाघेरे के आरोप पर सांसद बारणे ने भी आक्रामक तरीके से जवाब दिया। बारणे ने कहा कि सभी जानते हैं कि मुझे गद्दार कहने वाले वाघेरे किस पार्टी से और किस पार्टी मेें आए है। मैं उस व्यक्ति के बारे में बात नहीं करूंगा जिसका मावल निर्वाचन क्षेत्र में कोई अस्त्तिव नहीं है। बारणे ने वाघेरे पर आगे कोई टिप्पणी करने से बचते हुए कहा कि उन्हें पार्टी की वफादारी के बारे में मुझे नहीं बताना चाहिए।