Pune News पुणे (व्हीएसआरएस न्यूज) शिरुर से राष्ट्रवादी कांग्रेस के सांसद डॉ.अमोल कोल्हे ने आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार द्वारा प्याज निर्यात पर 40% निर्यात शुल्क किसानों के हित में नहीं है और यह किसानों पर अत्याचार है, शिरूर लोकसभा सांसद डॉ.कोल्हे के नेतृत्व में पुणे जिले के अलेफाटा में चक्काजाम विरोध प्रदर्शन किया गया।
प्याज निर्यात पर आधारित 40% निर्यात शुल्क को रद्द करने और किसानों को प्याज का उचित बाजार मूल्य दिलाने की मांग को लेकर महाअघाड़ी के माध्यम से आज अलेफाटा में सड़क रोको आंदोलन का आयोजन किया गया है। इस आंदोलन में बडी संख्या में किसानों ने हिस्सा लिया। सरकार लगातार किसान विरोधी नीतियां लागू कर रही है। मोदी सरकार ने किसान की थाली में मिट्टी डालने का पाप किया है, जबकि ऐसी स्थिति है कि प्याज से किसानों को मुनाफा होगा और देश में सात-आठ महीने के लिए पर्याप्त प्याज उपलब्ध है। प्याज पर जो निर्यात शुल्क लगाया गया है। यह एक अघोषित निर्यात प्रतिबंध है। अमोल कोल्हे ने आरोप लगाया है कि मोदी सरकार नेपाल से टमाटर आयात करके टमाटर की कीमतें कम करने और अब प्याज की कीमतें कम करने का पाप कर रही है।
इस विरोध प्रदर्शन के दौरान आले फाटा इलाके में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। वे हर जगह पुलिस तैनात कर किसानों के मन में डर का माहौल पैदा करना चाहते हैं।’ यह सरकार प्रदेश में किसानों की आवाज को दबाना चाहती है। कृषि कानूनों को वापस लेने के बाद ही दिल्ली में किसानों को एक साल तक आंदोलन करना पड़ा। प्रशासन किसानों पर दबाव बनाने का प्रयास कर रहा है। उन्होंने सरकार के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाते हुए कहा है कि अगर किसानों ने खेती करना बंद कर दिया तो सभी के लिए भोजन की कमी हो जाएगी।