Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने माहिम में अनधिकृत दरगाह को लेकर आवाज उठाई है। यह दरगाह अनौपचारिक है। उस पर कार्रवाई करें। नहीं तो राज ठाकरे ने कार्रवाई के लिए प्रशासन को एक महीने का समय देते हुए चेतावनी दी कि हम वहां गणपति मंदिर बनाएंगे। फिर आज सुबह प्रशासन ने उस अनाधिकृत दरगाह पर कार्रवाई की। हिंदू फेडरेशन के नेता आनंद दवे ने राज ठाकरे के रुख का स्वागत किया है। लेकिन माहिम में दरगाह पर कार्रवाई के लिए एक महीने की समय सीमा क्यों दी गई? यह प्रश्न पूछा गया है। साथ ही, पुणे में मनसे कार्यालय के सामने खड़ी ऐसी ही एक मस्जिद का क्या? आनंद दवे ने भी यह सवाल पूछा था।
राज ठाकरे को औरंगजेब के मकबरे का मुद्दा भी उठाना चाहिए। औरंगजेब महाराष्ट्र का दुश्मन उनकी कब्र संभाजीनगर में क्यों होनी चाहिए? राज एक मजबूत हिंदुत्व नेता हैं। उन्हें औरंगजेब की कब्र के बारे में फैसला करना चाहिए। शनिवारवाड़ा में पुण्यश्लोक और दरगाह का मुद्दा राज ठाकरे ने क्यों नहीं उठाया? यह सवाल करते हुए शनिवारवाडा की दरगाह भी अनाधिकृत है। आनंद दवे ने एलान किया है कि हिंदू फेडरेशन इसका विरोध करेगा।
समुद्र में अनधिकृत मस्जिद का मुद्दा चर्चा का विषय नहीं बनना चाहिए। हर बार सिर्फ सरकार को सूचित न करें। अनौपचारिक मस्जिद के बगल में मंदिर क्यों? मुस्लिम समुदाय को क्या नुकसान होगा? इसके बजाय, निर्माण बंद करो और एक महीने की समय सीमा क्यों? राज ठाकरे, मुस्लिम समुदाय के प्रति थोड़े नरम हो गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा के लिए मैदान साफ हो गया है।
अभी भी चल रहा है
भोंगे में कमी और बंद के आंकड़े राज ठाकरे ने दिए थे। लेकिन कल खुद राज ठाकरे ने स्वीकार किया था कि राज्य में अभी भी भोंगे की आवाज सुनाई दे रही है। आज भी हर शुक्रवार को नमाज अदा की जाती है। राज ठाकरे की हनुमान चालीसा स्टंटबाजी ने किस हद तक काम किया? दवे ने यह सवाल राज ठाकरे से पूछा है।