Pune News पुणे (व्हीएसआरएस न्यूज) राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) की डॉ.बाबासाहेब अंबेडकर तंत्रशास्त्र विश्वविद्यालय शाखा ने आज विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। विश्वविद्यालय की परीक्षा प्रक्रिया को लेकर अनेक समस्याएं हैं और समय-समय पर विश्वविद्यालय के ध्यान में लाने के बाद भी विश्वविद्यालय प्रशासन इस पर कोई निर्णय लेने को तैयार नहीं है। पिछले हफ्ते भी एनसीपी पदाधिकारी पृथ्वीराज मुले, मनीष नाडकर और पदाधिकारियों ने विश्वविद्यालय को एक बयान में इस बात का ध्यान दिलाया था। लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गयी। विश्वविद्यालय की इसी ढिलाई के विरोध में यह आंदोलन आयोजित किया गया था।
आंदोलन की प्रमुख मांगें:
1. डी.बीएटीयू विश्वविद्यालय में अन्य विश्वविद्यालयों की तरह लेकिन फार्मेसी के छात्रों के लिए कैरीऑन पैटर्न लागू किया जाना चाहिए।
2. फार्मेसी परीक्षाओं में एमसीक्यू पैटर्न लागू किया जाए।
3. विद्यार्थियों के पेपर ऑफलाइन जांचे जाएं।
4. सप्लीमेंट्री का रिजल्ट आने से पहले रिवोल्यूशन फॉर्म शुरू नहीं करना चाहिए।
5. डी.बीएटीयू के विभागीय उपकेंद्रों को सारी शक्तियां दी जाएं, ताकि छात्रों को यूनिवर्सिटी आने की जरूरत न पड़े।
6. छात्रों ने सप्लीमेंट्री फॉर्म भरा था क्योंकि विश्वविद्यालय ने छात्रों के रीचेकिंग परिणाम पोस्ट नहीं किए थे। विश्वविद्यालय को उन छात्रों की पूरक फीस वापस करनी चाहिए जिनके विषय उत्तीर्ण हो गए हैं।
विरोध प्रदर्शन की जानकारी देते हुए एनसीपी के विश्वविद्यालय अध्यक्ष मनीष नाडकर ने कहा कि अगर हमारी मांगें यहां नहीं मानी गईं तो एनसीपी कोंकण मंडल अध्यक्ष सुनिल गव्हाणे की उपस्थिति में विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ उग्र विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
यह आन्दोलन आर.वी.के. द्वारा आयोजित किया गया था। (डी.बी.ए.टी.यू.) विश्वविद्यालय अध्यक्ष मनीष नाडकर द्वारा किया गया। इस अवसर पर ओंकार नागरकर, जयकांत जाधव, रोहित बोधले, ममता राठौड़, मनोज पेलकर एवं विद्यार्थी उपस्थित थे। यह जानकारी एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष सुनील गव्हाणे ने दी।