Pcmc News पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) पिंपरी चिंचवड़ शहर में ट्रैफिक भीड़ को कम करने के लिए ट्रैफिक पुलिस की मदद के लिए ट्रैफिक वार्डन की नियुक्ति की गई है। इसके पीछे उद्देश्य यह था कि शहर में यातायात व्यवस्था को सुचारू किया जाए ताकि आम नागरिकों को जाम से परेशानी न हो, लेकिन शहर की वर्तमान स्थिति से पता चलता है कि ट्रैफिक वार्डन यातायात को सुचारू करने के बजाय नागरिकों को परेशान कर रहे हैं।
इस बारे में जानकारी देते हुए वाघेरे ने बताया कि शहर के विभिन्न हिस्सों में सिग्नल पर खड़े वाहन चालकों के लाइसेंस की जांच, पीयूसी की जांच, कार की खिड़कियों पर लगी फिल्म की जांच, सीट बेल्ट नहीं पहनने और अन्य दस्तावेजों की मांग की जा रही है। कई नागरिकों की शिकायत है कि यह निरीक्षण ट्रैफिक पुलिस नहीं बल्कि ट्रैफिक वार्डन कर रहे हैं। ऐसा अक्सर चलती गाड़ियों को रोककर किया जाता है। अगर इसके कारण कोई बड़ी दुर्घटना होती है और जानमाल का नुकसान होता है तो कौन जिम्मेदार होगा? ऐसा सवाल नागरिकों द्वारा भी उठाया जा रहा है।
शहर के शगुन चौक, कोकणे चौक, वाकड ब्रिज, फिनोलेक्स चौक, खंडोबा माल चौक, केएसबी चौक, भोसरी चौक जैसी कई जगहों पर इस तरह तरह के मामले प्रकाश में आए है। शगुन चौक और वाकड ब्रिज पर, ट्रैफिक वार्डन अक्सर ऐसे खड़े रहते हैं जैसे खुद ही ट्रॉफिक पुलिस हो। कई बार पुल से कोई वाहन आता है तो उसे तुरंत रोक दिया जाता है। यदि ड्राइवर कागजात दिखाने से इनकार करता है या पूछता है कि आपको जांच करने का अधिकार किसने दिया? तो उनके वाहन की चाबी छीन ली जाती है। ट्रैफिक वार्डन यह भी तय करते नजर आते हैं कि किस वाहन पर कितना जुर्माना लगाना है। ये तो आम हो गया है। इससे शहर के वाहन चालक नागरिक बेहद परेशान है। यह सब ट्रॉफिक पुलिस के सहयोग से संभव नहीं। वार्डन को यातायात व्यवस्था को देखना होता है न कि वाहनों को रोककर दंड लगाना। पूर्व भाजपा नगरसेवक संदीप वाघेरे ने पिंपरी चिंचवड मनपा के आयुक्त शेखर सिंह से गुहार लगाई है कि इस ओर ध्यान दें और वार्डन के आतंक से जनता को दिलासा दिलाएं। वाहनों को रोकने और अवैध काम करने वाले दोषी ट्रैफिक वार्डन के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने का अनुरोध संदीप वाघेरे ने किया है।