Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) दुनिया के सफल सेवा उद्योग की शुरुआत एक नवाचार के रूप में हुई, प्रयास और कड़ी मेहनत से वे सफल हुए। राज्यपाल रमेश बैस ने इस बात पर जोर दिया कि आज देश में ऐसे सफल युवा उद्यमियों को तैयार करने की जरूरत है जो ऐसे नवाचारों का सृजन करें और उन्हें बढ़ावा दें। वह पुणे इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट के 14वें दीक्षांत समारोह में बोल रहे थे। वेकफील्ड कंपनी के कार्यकारी निदेशक डी. एस. सचदेवा, आईआईएम नागपुर के निदेशक डॉ. भीमराय मेत्री, पीआईबीएम ग्रुप के अध्यक्ष रमन प्रीत और अन्य उपस्थित थे।
राज्यपाल श्री बैस ने कहा, नई पीढ़ी नवप्रवर्तक, उद्यमी, नवप्रवर्तक और चुनौतियों को स्वीकार करने वाले पेशेवर बनें। इनमें एक मार्क जुकरबर्ग भी छिपा हो सकता है। आज पूरी दुनिया स्किल्ड मैनपावर के लिए भारत की ओर देख रही है। दुनिया के कई देश व्यापार के लिए चीन का विकल्प तलाश रहे हैं। युवाओं को कौशल और नवाचार प्रशिक्षण देकर ही देश इस अवसर का लाभ उठा सकता है।देश को एक विकसित राष्ट्र बनाने की इस परिवर्तनकारी यात्रा में प्रत्येक स्नातक को अपनी भूमिका निभानी होगी। प्रबंधन के छात्रों और उद्यमियों को विश्व स्तरीय लेखांकन और प्रबंधन फर्मों के साथ-साथ परामर्श फर्म भी स्थापित करनी चाहिए। हमारे देश में विश्व स्तरीय कानूनी सलाहकार संस्थाएं बनाई जानी चाहिए। उन्होंने उम्मीद जताई कि संपत्ति निर्माता और स्टार्ट-अप के प्रवर्तक भारतीय विश्वविद्यालयों से स्नातक होने चाहिए।
देश का 50 प्रतिशत से अधिक रोजगार कृषि पर निर्भर है। कृषि, पशुपालन, डेयरी, मत्स्य पालन, बागवानी में अपार संभावनाएं हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य सेवा क्षेत्रों को प्रभावित करेगा। उन्होंने आशा व्यक्त की कि प्रबंधन स्नातक और व्यवसाय प्रबंधक देश के विकास के लिए एआई की शक्ति का उपयोग करने में भारत का नेतृत्व करेंगे। ग्रेजुएशन समारोह में एमबीए के 323 और पीजीडीएम के 359 सहित कुल 682 छात्रों को डिग्री प्रदान की गई। राज्यपाल द्वारा विभिन्न पाठ्यक्रमों के विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक एवं पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। प्रारंभ में संस्थान के अध्यक्ष रमन प्रीत ने परिचय में संस्थान द्वारा संचालित पाठ्यक्रम के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर संस्थान के प्रोफेसर, अभिभावक, अधिकारी-कर्मचारी, विद्यार्थी उपस्थित थे।