Pcmc News पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) चाकन में कोरियन ग्रुप की डाइचांग इंडिया सिट कंपनी के अधिकारियों और ठेकेदारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए, जिन्होंने श्रमिकों को ट्रेड यूनियन में शामिल होने और यूनियन में शामिल होने से नाराज होने के कारण पीटा और जान से मारने की धमकी दी। इन मांगों को लेकर करीब 123 कामगार बुधवार (23 तारीख) से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे है। पिंपरी के डॉ.बाबासाहेब अंबेडकर चौक पर राष्ट्रीय श्रमिक आघाडी के अध्यक्ष और (एनएफआईटीयू) नेश्नल फ्रंट ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष यशवंत भोसलेे के नेतृत्व में आज से भूखहडताल शुरु हो चुका है।
पिंपरी अंबेडकर चौक पर यशवंत भोसले के नेतृत्व में भूख हडताल शुरु
पिंपरी से डॉ.बाबासाहेब अंबेडकर चौक पर ये सभी कामगार अनशन कर रहे हैं। अगर ये कर्मचारी चाकन में कंपनी के पास भूख हड़ताल पर गए तो कंपनी के अधिकारी और उनके गुंडे मजदूरों की पिटाई करेंगे। इसलिए डॉ.बाबासाहेब की प्रतिमा के सामने कामगारों के अनशन का फैसला यशवंत भोसले ने लिया। ये कर्मचारी कई सालों से डाइचांग इंडिया सिट कंपनी में काम कर रहे हैं। कानूनी तौर पर, कंपनी में 240 दिनों के रोजगार के बाद, कर्मचारियों को कंपनी की सेवा में बनाए रखा जाना चाहिए। लेकिन, ऐसा न करते हुए इन कर्मियों को 2 साल तक ट्रेनिंग दी गई। इसके बाद अवैध रूप से अनुबंध किया।
’युनियन से इस्तीफा दो वर्ना हम सबको मार देंगे’,’पुलिस हमारे नियंत्रण में’
मजदूरों को कानूनी वेतन, यहां तक कि छुट्टियां भी नहीं मिल रही थीं। कामगारों ने राष्ट्रीय श्रमिक अघाड़ी की सदस्यता ग्रहण की। संगठन ने लिखित पत्र के जरिए अपर श्रम आयुक्त को इसकी जानकारी दी। कंपनी को यह पत्र मिलते ही प्लांट हेड राहुल गायकवाड़,एचआर सिद्धार्थ भोसले,प्रोडक्शन मैनेजर प्रशांत देसाई,डिस्पैच मैनेजर विकास पाटिल,ठेकेदार प्रभु शिंदे ने ड्यूटी पर मौजूद कर्मचारियों को बुला लिया। ’संघ से इस्तीफा दो वर्ना हम सबको मार देंगे’, ’पुलिस हमारे नियंत्रण में’, ’हम तुम्हारे खिलाफ झूठी शिकायत दर्ज करेंगे और तुम्हें जेल में डाल देंगे’, उन्होंने ऐसी धमकी दी।
म्हालुंगे पुलिस ने शिकायत दर्ज से किया इंकार,कंपनी का दे रही है साथ
प्लांट हेड गायकवाड़ ने 10 अक्टूबर 2022 को एक मजदूर राकेश कुमार ठाकुर को केबिन में बुलाया। संस्था छोड़ने का दबाव बनाया, जान से मारने की धमकी दी। तो एक ठेकेदार प्रभु शिंदे ने इस कामगार की पिटाई कर दी। मजदूरों में दहशत पैदा करने की कोशिश की। जान से मारने की धमकी दी। पीटे गए मजदूर ने म्हालुंगे थाने में शिकायत दर्ज कराने के लिए लिखित आवेदन दिया। बार-बार पुलिस के पास जाने के बावजूद शिकायत दर्ज नहीं की गई। कोई नोटिस नहीं लिया गया। ऐसे में सभी कार्यकर्ता भय और आतंक के साए में हैं।
पुलिस कमिश्नर से कामगारों ने की मुलाकात,आश्वासन के बाद भी नहीं मिला न्याय
ये मजदुर 14 अक्टूबर 2022 को पुलिस कमिश्नर से भी मिले थे। पिटे मजदूर ने पूरी घटना कमिश्नर को बताई। आपकी शिकायत दर्ज की जाएगी। मैं पुलिस स्टेशन को ऐसा कहने का निर्देश दूंगा’, पुलिस आयुक्त ने आश्वासन दिया। हालांकि अभी तक कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है। इन मजदूरों को इंसाफ मिलना चाहिए, इनके साथ मारपीट व जान से मारने की धमकी देने वाले उपरोक्त अधिकारियों व ठेकेदार के खिलाफ मामला दर्ज होना चाहिए। राष्ट्रीय श्रमिक अघाड़ी के कार्यालय सचिव करण भालेकर के अनुसार,राष्ट्रीय श्रमिक आघाडी के अध्यक्ष और (एनएफआईटीयू) नेश्नल फ्रंट ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष यशवंत भोसलेे के मार्गदर्शन में सभी कार्यकर्ता बुधवार से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे हैं और मांग कर रहे हैं कि जिन श्रमिकों को काम पर आने से रोका गया है। पिछले दो महीनों के कार्य को सेवा में बनाए रखा जाना चाहिए और नियोजित किया जाना चाहिए। काम पर वापस बुलाया जाना चाहिए।