Pcmc News पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) मावल लोकसभा क्षेत्र से ठाकरे समूह द्वारा उम्मीदवार घोषित किए गए संजोग वाघेरे पाटिल पिछले 40 वर्षों से पिंपरी-चिंचवड़ की राजनीति में सक्रिय हैं। राज्य के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के भरोसेमंद सहयोगी; लेकिन इस बार वाघेरे ठाकरे गुट से मावल लोकसभा में ताल ठोंक रहे हैं। संजोग वाघेरे ने अपनी उम्मीदवारी की घोषणा के बाद प्रतिक्रिया देते हुए कहा मावल लोकसभा क्षेत्र शिवसेना का गढ़ है,बरकरार रखेंगे। अगर शिवसेना के निवर्तमान सांसद श्रीरंग बारणे को टिकट मिलता है तो वाघेरे और बारणे के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिलेगी।
संजोग वाघेरे का लंबा राजनीतिक घराना
वाघेरे का घराना राजनीतिक विरासत वाला है। अखंड कांग्रेस से अपना अपना राजनीतिक जीवन का सफर अपने स्व.पिता भिकू वाघेरे पाटिल की उंगली पकडकर शुरु किया। वाघेरे के पिता भीकू वाघेरे पिंपरीगांव के सरपंच होने के साथ-साथ शहर के मेयर भी थे। संजोग खुद कांग्रेस से मेयर थे और उनकी पत्नी उषा वाघेरे एनसीपी से स्थायी समिति अध्यक्ष का पद संभाल चुकी हैं। पिंपरीगांव में रहने वाले संजोग वाघेरे मावल से लोकसभा चुनाव लड़ने के इच्छुक थे क्योंकि पिंपरी विधानसभा आरक्षित क्षेत्र के निवासी है। वह दस साल से तैयारी कर रहे थे। लेकिन, कोई मौका नहीं मिला। 2014 और 2019 में एनसीपी में रहते हुए वाघेरे की नजर लोकसभा चुनाव पर थी। हालाँकि, 2014 में राहुल नार्वेकर और 2019 में अजीत पवार के बेटे पार्थ मावल निर्वाचन क्षेत्र के लिए राकांपा के उम्मीदवार थे, इसलिए उन्हें यह इच्छा मन में रखनी पड़ी। उस वक्त वाघेरे पीछे कदम किया और दिल से पार्थ पवार का चुनावी प्रचार की कमान संभाली। अजित पवार के बेहद वफादार और दुलारे हैं,अब उद्धव ठाकरे की सेना की ओर से चुनावी युद्ध मैदान में पसीना बहा रहे है। पिंपरी ग्रामस्थ ने भी संजोग वाघेरे की लड़ाई को अपनी नाक और प्रतिष्ठा की लड़ाई मानकर जी जान से लगे है।
मावल उद्धव ठाकरे शिवसेना का अभेद्य किला-संजोग वाघेरे
मावल से मौजूदा सांसद श्रीरंग बारणे ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना के साथ रहने का फैसला किया है। इसलिए, इस अवसर का लाभ उठाते हुए, वाघेरे 30 दिसंबर 2023 को ठाकरे समूह में शामिल हो गए। हालांकि वाघेरे दिसंबर में चुनाव में उतरे थे, लेकिन उन्होंने चुनाव लड़ने की तैयारी काफी पहले ही शुरू कर दी थी। पार्टी ने मुझ पर भरोसा जताया और मुझे उम्मीदवार बनाया। मावल लोकसभा क्षेत्र शिवसेना का गढ़ है,बरकरार रखेंगे। एनसीपी शरद चंद्र पवार कांग्रेस और सहयोगी दलों की मदद से इस गढ़ को अभेद्य बनाए रखेंगे। मावल निर्वाचन क्षेत्र में कई मुद्दे लंबित हैं। संजोग वाघेरे ने अपनी उम्मीदवारी की घोषणा के बाद प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इन मुद्दों को सुलझाने के लिए यह मेरी लड़ाई है। पिछले 10 सालों में वर्तमान सांसद श्रीरंग बारणे कोई विकास काम नहीं किया। केवल केंद्र और राज्य सरकार,पिंपरी चिंचवड मनपा के विकास कामों को ही अपना काम बताकर मावल लोकसभा क्षेत्र की जनता को मूर्ख बना रहे हैं। इस चुनाव में कोई जादूगरी नहीं चलेगी। उनके हर झूठे वादे,नारे,इरादे का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।