Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) रीढ़ की हड्डी की चोट के कारण विकलांग सेना के जवानों के लिए पुणे में एक विशेष केंद्र उपलब्ध है। खड़की के सैन्य अस्पताल में स्थित इस उपचार केंद्र में निर्मित आधुनिक सुविधाओं का उद्घाटन हाल ही में दक्षिणी मुख्यालय के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल ए. के. सिंह द्वारा किया गया। इससे विकलांग सैनिकों को अपडेटेड सेवाएं मिलेंगी।
केंद्र एक विशेष सौर जल तापन परियोजना और एक कम्प्यूटरीकृत गतिशील सीढ़ी ट्रेनर से सुसज्जित है। एक सीढ़ी ट्रेनर गंभीर रूप से अक्षम रोगियों को खड़े होने और चलने के लिए खुद को फिर से प्रशिक्षित करने में सक्षम बनाता है। यह अत्याधुनिक उपकरण विकलांग सैनिकों की कमजोर मांसपेशियों की क्षमता बढ़ाने में मदद करेगा। इससे वे सीढ़ियां चढ़ने, ढलान पर चलने और कम से कम सहारे के साथ खड़े होने जैसी गतिविधियों को करने में सक्षम होंगे।
इस बीच, इस विशेष सौर जल तापन परियोजना की अवधारणा ’सोल्जर्स इंडिपेंडेंट रिहैबिलिटेशन फाउंडेशन’ संस्था की सह-संस्थापक सुमेधा चिथड़े हैं। संगठन के माध्यम से ही सैनिकों और उनके परिवारों के लिए कई कल्याणकारी गतिविधियां संचालित की जा रही हैं।सुमेधा के पति स्वर्गीय योगेश चिथड़े भूतपूर्व सैनिक थे और उनके द्वारा शुरू किए गए इस महा कल्याणकारी कार्य को सुमेधा ने समान दृष्टि से आगे बढ़ाया है। यह पहल उन जवानों के जीवन में खुशी और आराम बहाल करने के लिए की गई है, जिनका जीवन रीढ़ की हड्डी की चोटों के कारण काफी बदल गया है। रोगियों के इस विशेष समूह के लिए एक विशेष जल संयंत्र के निर्माण ने रोगी देखभाल के एक नए चरण की शुरुआत की है।
इस मौके पर लेफ्टिनेंट जनरल सिंह ने काम की तारीफ की। सुमेधा चिथड़े और सदस्यों को भी सिंह ने उनके काम के लिए सम्मानित किया। खड़की में सैन्य अस्पताल रीढ़ की हड्डी की चोटों का इलाज करता है और रीढ़ की हड्डी की चोट के केंद्र में उनका पुनर्वास करता है। इन जवानों को मुख्यधारा में लाने के लिए समर्पित डॉक्टर,नर्सिंग स्टाफ,पुनर्वास विशेषज्ञ केंद्र में काम कर रहे हैं। ये विकलांग जवान राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पैरा-एथलेटिक प्रतियोगिताओं में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं।