Pcmc News पिंपरी (व्हीएसआरएस न्यूज) देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र जी मोदी एवं भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्ढा जी के आदेश पर सोमवार 14/08/23 को शाम 4:30 बजे देश भर में विभाजन विनाश कार्यक्रम का आयोजन किया गया। पिंपरी में छतुराम लाल मंदिर में सिंधी समाज की ओर से इस कार्यक्रम को आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम अंतर्राष्ट्रीय सिंधी समाज संगठन और सेंट्रल पंचायत के सहयोग से आयोजित किया गया था।
विभाजन के वक्त पिंपरी,उल्हासनगर के शरणार्थी शिबिरों में रहे सिंधी
इस अवसर पर बोलते हुए शिवनदास पमनानी और कन्हैयालाल केसवानी ने कहा कि उस समय मुस्लिम समुदाय के लोगों ने बहुत अत्याचार किये थे और कई सिंधी भाई मुस्लिम धर्म स्वीकार कर वहीं रह गये थे लेकिन जो कट्टर हिंदू राष्ट्रवादी थे जिन्होंने अपनी सारी संपत्ति पाकिस्तान में छोडकर भारत आ गए। उनके लिए महाराष्ट्र के उल्हासनगर,पिंपरी कैम्प में शिविर स्थापित किया गया,तब से वे भारत के नागरिक के रूप में रहने लगे। खास तौर पर महाराष्ट्र के मराठी भाइयों ने सिंधी भाईयों को गले लगाया,अपनाया। तब से सिंधी और महाराष्ट्रीयन भाई आपस में भाईचारा,प्रेम व्यवहार से रह रहे हैं।
प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश आगे बढ़ा,हम सब एकजुट होकर साथ खड़े रहें-शंकर जगताप
इस अवसर पर भगवानदास खत्री, शिवनदास पमनानी, कन्हैयालाल केसवानी और गणेशोमल पंजाबी, भारतीय जनता पार्टी के शहर अध्यक्ष शंकर जगताप, प्राधिकरण के पूर्व अध्यक्ष सदाशिव खाड़े, पिंपरी विधानसभा प्रमुख अमित गोरखे, भारतीय जनता पार्टी दक्षिण मोर्चा के क्षेत्रीय अध्यक्ष राजेश पिल्ले ,जयहिंद स्कूल की पूर्व प्राचार्या ज्योतिका मलकानी, रेखा कदाली, वैशाली खदाये, गणेश ढाकने, गणेश वालुंजकर, शीतल शिंदे, शैलेश मोरे उपस्थित थे। भाजपा शहर अध्यक्ष शंकर जगताप ने कहा कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारा देश विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देश के रूप में आगे बढ़ रहा है। और इसके लिए हम सभी को एकजुट होकर काम करना चाहिए। आइए उनके पीछे खड़े हों और देश को दुनिया में सबसे उन्नत बनाने का प्रयास करें।
कार्यक्रम को सफल बनाने में परिश्रम करने वाले लोग
कार्यक्रम को सफल बनाने में मनोहर जेठवानी, गोपी आसवानी, किरण रामनानी, कंचन रामनानी, जयदेव डेबरा, राजेश चंदवानी, अजीत कांजवानी, मनोज पंजाबी, इंदर बजाज, सुशील बजाज, हेमंत राजेश सारिका मंडम आदि ने कड़ी मेहनत की।