Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) राज्य सरकार के निर्देशानुसार जिले में ’कीचड़ मुक्त बांध एवं गाद मुक्त शिवर’ अभियान शुरू कर एक ही दिन में 8 तहसीलों में 11 कार्य कराये गये हैं। शनिवार को पुरंदर के नवाली तोरवे पजार झील से गाद निकालने के लिए पुरंदर तहसील से पुणे जिलाधिकारी डॉ.राजेश देशमुख के हाथों शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आयुष प्रसाद,पुलिस अधीक्षक डॉ.अंकित गोयल,नवाली गांव के सरपंच व ग्रामीण मौजूद रहे।
एक ही दिन में, जिले में 11 स्थानों पर काम शुरू किया गया जैसे पुरंदर तहसील में नवाली,वेल्हा तहसील में गुंजवने,शिरूर तहसील में मोरेची चिंचोली, बारामती तहसील में बाबूदी, इंदापुर तहसील में मदनवाड़ी, खेड़ तहसील में जारेवाड़ी, रासे, अने जुन्नार तहसील में पोडगा और अंबेगांव तहसील में वडगांवपीर, जिला परिषद के लघु सिंचाई विभाग एवं जल संसाधन विभाग के अंतर्गत 1 हजार 16 परकोलेशन तालाबों की सूची तहसील स्तरीय व्यवस्थाओं को उपलब्ध करायी गयी। इनमें से 37 प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। इन कार्यों को जल्द शुरू करने की योजना है। आने वाले हफ्तों में प्रत्येक तहसील से 10 कार्य शुरू किए जाएंगे।
गाद-मुक्त बांध एवं गाद-मुक्त शिवार अभियान के कारण यदि बांध एवं झील की गाद को पम्प कर खेतों में फैलाया जाये तो कृषि उत्पादन में वृद्धि के साथ-साथ बांध एवं झील की मूल भण्डारण क्षमता को पुनः स्थापित करने में सहायता मिलेगी। यदि किसान अपने खेतों में बड़ी मात्रा में झील में जमा कीचड़ को डंप करना चाहते हैं तो उन्हें संबंधित ग्राम पंचायत में आवेदन करना होगा। इस योजना के लिए ईंधन और मशीनरी के लिए आवश्यक प्रति घन मीटर रुपये है। 31 का खर्च राज्य सरकार वहन करेगी।
इस योजना के तहत विधवा,विकलांग,आत्महत्या करने वाले किसानों,सीमांत,बहुत छोटे भूमि धारक (1 हेक्टेयर तक) और छोटे (1 से 2 हेक्टेयर) किसानों को रुपये की सब्सिडी दी जाएगी।
डॉ.राजेश देशमुख,आने वाले समय में संभावित जल संकट को दूर करने के लिए ग्राम पंचायतों को अपने क्षेत्र के जलाशयों से गाद को हटाना होगा,जल संग्रहण क्षमता में वृद्धि करना होगा,उनकी स्थायी देखरेख करनी होगी और पानी के समुचित वितरण की योजना बनानी होगी। अपव्यय से बचें। अधिक से अधिक किसानों को जलाशय से निकले गाद को अपने खेतों में डालकर खेतों की उर्वरता बढ़ाने के अभियान में भाग लेकर इस योजना का लाभ उठाना चाहिए। साथ ही ’कीचड़ मुक्त बांध एवं गाद मुक्त शिवर’ योजना के उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए गैर-सरकारी संगठन भी अपनी भागीदारी दर्ज कराएं।