Pcmc News पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) बारामती लोकसभा सीट पर विजय शिवतारे की भूमिका का मावल लोकसभा पर असर, मावल सीट पर राष्ट्रवादी पार्टी और बीजेपी के दावे, विकास के दावे-प्रतिदावे, आरोप-प्रत्यारोप, गूगली पर दिए गए जवाब सवालों और कुल मिलाकर तीखी और कड़ी चर्चाओं ने मावल लोकसभा की लड़ाई को बहुत रंगीन बना दिया। इस अवसर पर मावल के लंबित समस्याएं सामने आये। चुनाव को लेकर सचमुच राजनीतिक माहौल गरमाया हुआ था।
श्रीरंग बारणे ने केंद्र-राज्य सरकारों के विकास को गिनाया
इस अवसर पर सांसद श्रीरंग बारणे ने पिछले दस वर्षों में केंद्र और राज्य सरकार के माध्यम से मावल निर्वाचन क्षेत्रों में किए गए विभिन्न विकास कार्यों को प्रस्तुत किया। कुछ काम अभी भी पूरे होने की राह पर हैं और कुछ योजना में हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले चुनाव में वह इन विकास कार्यों को जनता तक पहुंचाएंगे। बारणे ने इस समय यह भी दावा किया कि वह बीजेपी के चुनाव चिन्ह पर खड़े नहीं होंगे बल्कि वह शिवसेना के उम्मीदवार हैं। बारणे ने कहा, राज्य सरकार ने हाल ही में ऐसी महत्वपूर्ण नदी सुधार परियोजना को मंजूरी दी है। सभी औद्योगिक क्षेत्रों में मालनिस:रण परियोजना शुरू करने का निर्णय लिया गया है। रेलवे से जुड़े कई मुद्दों को सुलझा लिया गया है। पिंपरी पासपोर्ट कार्यालय शुरू हो गया है। रक्षा क्षेत्र के मुद्दों को उच्चतम स्तर पर आगे बढ़ाया जा रहा है। इसलिए जल्द ही रेड जोन की समस्या का समाधान हो जायेगा। शहर में ट्रैफिक की समस्या दूर होगी।
बारणे के दावे झूठे,मावल में विकास नहीं हुआ-संजोग वाघेरे
संजोग वाघेरे ने कहा कि मावल निर्वाचन क्षेत्र के विकास के बारे में किए गए दावे झूठे हैं। विकास कहीं नजर नहीं आ रहा है। हालांकि मावल के लिए हजारों करोड़ का फंड मिला है, लेकिन इसका उपयोग नहीं किया गया है। रायगढ़ जिले के कई उद्यमी सुविधाओं के अभाव में पलायन कर चुके हैं। स्थानीय लोगों को नौकरी नहीं मिलने से युवा निराश हैं। रेड जोन, पानी का मुद्दा, स्वास्थ्य व्यवस्था, बेरोजगारी जैसे कई मुद्दे अभी भी लंबित हैं। पिंपरी चिंचवड़ शहर में आज भी टैंकरों से पानी की सप्लाई हो रही है। नदियाँ बहुत गंदी हैं। पिंपरी से निगड़ी तक मेट्रो का विस्तार नहीं किया गया है। हिंजेवाड़ी मेट्रो के पिंपले सौदागर से गुजरने की उम्मीद है। पुणे लोनावला को स्थानीय दौर में किया जाना चाहिए। कसारवाड़ी, चिंचवड़, आकुर्डी रेलवे स्टेशनों का विकास नहीं किया गया है। शहर में लंबी दूरी की एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव होना चाहिए। यदि गड़कोट किले और गुफाओं का संरक्षण किया जाए तो स्थानीय लोगों को रोजगार मिल सकता है। फैक्ट्री से पलायन रुकना चाहिए। हवेली की बस्तियों में बिजली, सड़क या पानी नहीं है। पनवेल पालिका में आय धारकों पर दोहरा कराधान लगाया जाता है। कमिश्नर पानी की समस्या को नजरअंदाज कर रहे हैं। कार्यक्रम का उद्घाटन दिशा फाउंडेशन के अध्यक्ष बालासाहेब खाबिकर ने किया। संचालन भाऊसाहेब कोकाटे ने किया।
मावल सीट भाजपा को मिले-शंकर जगताप
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश का समग्र विकास हो रहा है। सरकार किसानों, गरीबों, श्रमिकों और युवाओं के कल्याण के लिए नीतियां लागू करने का काम कर रही है। 2047 में स्वतंत्रता की शताब्दी मनाते हुए, 2024 के चुनाव भारत के महाशक्ति बनने के लिए मंच तैयार करेंगे। मावल सीट पर बीजेपी पहले ही दावा कर चुकी है। पूरे संसदीय क्षेत्र में बीजेपी का प्रभाव है। पिंपरी नगर पालिका में बीजेपी सत्ता में है। ऐसे सभी मामलों पर विचार करते हुए हमारी स्थिति यह है कि मावल निर्वाचन क्षेत्र भाजपा को मिलना चाहिए। हालांकि, अंत में वरिष्ठ नेता ही महागठबंधन का उम्मीदवार तय करेंगे। शंकर जगताप, शहर अध्यक्ष पिंपरी चिंचवड़ भाजपा ने ऐसा कहा।
ये मान्यवर मंच पर उपस्थित थे
दिशा सोशल फाउंडेशन की ओर से रविवार को चिंचवड़ के रामकृष्ण मोरे थिएटर में ’मावल लोकसभा की लड़ाई’ परिचर्चा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मावल के वर्तमान सांसद श्रीरंग बारणे, महाविकास अघाड़ी के उम्मीदवार संजोग वाघेरे, पिंपरी विधायक अन्ना बंसोडे, भाजपा पिंपरी चिंचवड़ शहर अध्यक्ष शंकर जगताप, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव पृथ्वीराज साठे, राष्ट्रवादी छात्र कांग्रेस (शरद पवार समूह) के प्रदेश अध्यक्ष सुनील गव्हाणे, सामाजिक कार्यकर्ता मारुति भापकर ने भाग लिया। संपादक योगेश कुटे ने इन सभी से सवालों की बौछार की। इस समय हॉल खचाखच भरा हुआ था।
लगभग दो घंटे तक चली चर्चा के दौरान उपस्थित नेताओं ने मावल विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न प्रश्नों एवं समस्याओं पर विस्तार से अपना पक्ष रखा। सवाल-जवाब सत्र में नेताओं ने साक्षात्कारकर्ताओं द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब दिए। समय-समय पर होने वाली घोषणाओं से हॉल स्तब्ध रह गया। कार्यक्रम का रंग धीरे-धीरे बढ़ता गया।