Pcmc News पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) मावल लोकसभा क्षेत्र में एनडीए और इंडिया गठबंधन की ओर से उम्मीदवारों की घोषणा हो चुकी है। मावल में शिवसेना की शिवसेना से जंग देखने को मिलेगा। अदालती और चुनाव आयोग,विधानसभा में भले ही शिवसेना पार्टी और उसका धनुष्यबाण चिन्ह एकनाथ शिंदे के हवाले किया गया हो,लेकिन अभी जनता की अदालत में असली शिवसेना कौन? बालासाहेब ठाकरे की शिवसेना का असली वारिसदार कौन? यह तय होना बाकी है। शिवसेना दो धड़ों में विभाजित होने के बाद पहली बार जनता के अदालत में जा रही है। शिवसेना शिंदे की ओर से वर्तमान सांसद श्रीरंग बारणे और शिवसेना उद्धव ठाकरे की ओर से पूर्व महापौर संजोग वाघेरे चुनावी मैदान में डटे हैं। मजेदार बात यह है कि दोनों पिंपरी चिंचवड शहर के मूल निवासी हैं। शहरी भाग में वोटों का बंटवारा बराबरी का हो सकता है। बारणे के धुरविरोधी राहुल कलाटे की भूमिका महत्वपूर्ण मानी जा रही है। चिंचवड से दो बार विधायक का चुनाव लड़ चुके राहुल कलाटे की श्रीरंग बारणे से नहीं पटती। अगर उनका समर्थन संजोग वाघेरे को मिल गया तो बाजी पलट जाए तो कोई आश्चर्य नहीं। दूसरा फैक्टर नाना काटे का है। नाना काटे किसकी भैंस पानी में डालते हैं,यह आने वाले कुछ दिनों में तस्वीर साफ हो जाएगी। देखना होगा कि शिवसेना उद्धव ठाकरे की मशाल मतदाता जलाएंगे या फिर धनुष्यबाण उठाएंगे?
मावल लोकसभा क्षेत्र की पृष्ठभूमि
2009 में लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों का पुनर्गठन किया गया। इस पुनर्गठन में पुणे जिले के पिंपरी, चिंचवड़, ावल विधानसभा क्षेत्रों और रायगढ़ जिले के पनवेल,कर्जत,उरण विधानसभा क्षेत्रों को शामिल करके मावल लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का गठन किया गया था। यह निर्वाचन क्षेत्र भौगोलिक दृष्टि से बड़ा है। इसलिए उम्मीदवार दो जिलों में प्रचार करेंगे। हालाँकि यहाँ दो जिलों के निर्वाचन क्षेत्र हैं, लेकिन इस निर्वाचन क्षेत्र पर लगातार तीन बार पुणे जिले और संयुक्त शिवसेना का वर्चस्व रहा है। अब शिवसेना अलग हो गई है और मावल में राजनीतिक हालात बदल गए हैं। तीन मौकों पर शिवसेना और एनसीपी के उम्मीदवारों के बीच लड़ाई हुई। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी भाजपा के साथ महागठबंधन में हैं। इसलिए मावल में राजनीतिक समीकरण बदल गए हैं। इस क्षेत्र में बीजेपी, एनसीपी की ताकत शिवसेना से ज्यादा है। इनमें बीजेपी के तीन,एक संलग्न निर्दलीय, एनसीपी के दो और शिवसेना का एक विधायक है।
मावल में एनसीपी,बीजेपी शिवसेना से ज्यादा मजबूत
मावल लोकसभा क्षेत्र में छह विधानसभा क्षेत्र हैं। इनमें पिंपरी में अन्ना बंसोडे,मावल में सुनील शेल्के एनसीपी के,पनवेल में प्रशांत ठाकुर,जहां मतदाताओं की संख्या सबसे ज्यादा है, चिंचवड़ में अश्विनी जगताप बीजेपी के विधायक हैं और उरण के निर्दलीय विधायक महेश बाल्दी बीजेपी से जुड़े हुए हैं। महेंद्र थोरवे कर्जत में शिवसेना के एकमात्र विधायक हैं।