Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने रविवार को उस किसान के परिवार से भेंट की जिसने कथित तौर पर 17 सितंबर को खुदकुशी कर ली थी। किसान ने मौत से पहले कथित रूप से एक नोट लिखा था जिसमें उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जन्मदिन की बधाई दी थी। पुलिस के अनुसार, पुणे की जुन्नर तहसील में दशरथ लक्ष्मण केदारी ने अपनी उपज के लिए कथित रूप से न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं मिलने के कारण अपनी जान दे दी थी। उसने नोट में प्रधानमंत्री से प्याज के लिए आकर्षक दाम की गारंटी की मांग की। पवार ने कहा कि केंद्र द्वारा बनाए गए कृषि कानून (अब निरस्त) देश के बागवानी क्षेत्र पर असर डालने की शुरुआत है और इसके चलते ऐसी आत्महत्याएं हो रही हैं। इस मुलाक़ात के बाद से राज्य में सियासी पारा चढ़ गया है।
पीएम के जन्मदिन पर किसान की आत्महत्या
बीते सितंबर महीने में महाराष्ट्र के पुणे जिले में एक 42 वर्षीय किसान ने आत्महत्या कर ली थी। किसान ने 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर आत्महत्या की थी। मरने से पहले किसान का लिखा गया सुसाइड नोट हिला देने वाला था। उसने नोट में लिखा, ’हैप्पी बर्थडे मोदी जी’ उसने यह भी लिखा कि प्याज के लिए एमएसपी नहीं मिलने पर वह दुखी था। उसने अपने नोट में पीएम से आग्रह किया कि वह प्याज और अन्य फसलों के लिए गारंटीकृत मूल्य सुनिश्चित करें। सुसाइड नोट में उसने सहकारी समिति से जुड़े लोगों पर भी आरोप लगाए गए थे। किसान ने लिखा है कि किसानों के साथ सहकारी समिति के अधिकारी गालियों से बात करते हैं। उन लोगों से बहुत ही अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया जाता है। उधारदाताओं (वित्त फर्मों) की ओर से धमकी दी जाती है।
नुकसान पर होता गया नुकसान
मामला जुन्नर तहसील के वडगांव आनंद गांव का है। किसान दशरथ केदारी ने पहले कीटनाशक खाया और फिर तालाब में कूद गया। आले फाटा थाने के एसआई प्रमोदी क्षीरसागर ने बताया कि केदार ने प्याज की खेती की थी। लेकिन फसल का संतोषजनक मूल्य नहीं मिलने के कारण उन्होंने 1.5 लाख से 2 लाख रुपये की कृषि उपज का भंडारण किया। उन्होंने अनुमान लगाया कि इस बार उन्हें बेहतर कीमत मिलेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि बारिश से प्याज खराब हो गया है। केदारी को सोयाबीन और टमाटर की फसल को भी नुकसान हुआ है।