Pcmc News पिंपरी (व्हीएसआरएस न्यूज) कोरोना महामारी के दौरान जब पूरी दुनिया दहशत में थी तब पिंपरी चिंचवड़ शहर के एक सेवानिवृत्त कला शिक्षक सुधाकर शिंदे बेकार देवधर की लकड़ी से कलकत्ता के प्रसिद्ध बेलूर मठ की प्रतिकृति बनाई है। डेढ़ साल की अथक मेहनत के बाद प्रतिकृति बनकर तैयार हुई। इस कलाकृति को लंदन वर्ल्ड ऑफ रिकाडर्स में दर्ज किया गया।
सभी धर्मों की समानता का प्रतीक इस कलाकृति में मुख्य रूप से एक मस्जिद का गुंबद, एक चर्च के खंभे और सुंदर नक्काशी है जो भारतीय संस्कृति का मिश्रण है। इस कलाकृति में ऊंचे दो मंजिला गुंबद, जालीदार खिड़कियां,रोमन शैली की याद दिलाने वाली छतें हैं। कलाकार सुधाकर ने इस कलाकृति को 7 फीट लंबा,3.15 फीट चौड़ा और 4 फीट ऊंचा बनाया है। बेलूर मठ के दरवाजे पर हाथियों, जालीदार खिड़कियां, नवग्रह मूर्तियां, गणपति, मारुति की नक्काशी पूरी तरह से निष्पादित की गई है। बेशक कलाकार सुधाकर को भी इस मेहनत का फल मिला है। बेकार देवधर की लकड़ी से कलकत्ता के प्रसिद्ध बेलूर मठ की प्रतिकृति बनाई है। इरादा भविष्य में भारत के विभिन्न मंदिरों और वास्तुकला की प्रतिकृतियां बनाने का है।