Pcmc News पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) पिंपरी चिंचवड शहर के चर्होली के वड़मुखवाड़ी में संत ज्ञानेश्वर महाराज और संत नामदेव महाराज के मिलन पर आधारित समूह शिल्प क्षेत्र में ’संत ज्ञानेश्वर सृष्टि’ साकार होगी। समूह मूर्तिकला में संत ज्ञानेश्वर और संत नामदेव महाराज की यात्रा पर आधारित 25 मूर्तियां हैं, अब इस स्थान पर विभिन्न संतों के जीवन पर आधारित 47 घटनाएं दिखाई जाने वाली हैं। संत ज्ञानेश्वर महाराज पादुका मंदिर के पास वडमुखवाड़ी में संत ज्ञानेश्वर सृष्टि की साधना हो रही है। इसके लिए पिंपरी-चिंचवड पालिका छह करोड़ 45 लाख रुपये खर्च करने जा रहा है। इन मूर्तियों को महाराष्ट्र राज्य कला निदेशालय द्वारा अनुमोदित किया गया है।
पालकी चले पंधारी,औंधा नागनाथ मंदिर में संत नामदेव महाराज का कीर्तन,संत ज्ञानेश्वर कुएं से पीने के पानी का दृश्य,दीवार हिलाने का दृश्य, ज्ञानेश्वरी शिलालेख,संत निवृत्तिनाथ को उपदेश देते हुए गहिनीनाथ,संत तुकाराम महाराज के कीर्तन में छत्रपति शिवाजी महाराज,चंद्रभागा नदी,संत ज्ञानेश्वर,ज्ञानेश्वर- निवृत्ति गुरु-शिष्य,नमयाची खीर,नामदेव पीरी पंढरपुर,विठु माजा लेकुरवाला,संत एकनाथ महाराज डार भो बाया,संत तुकाराम महाराज और छत्रपति शिवाजी महाराज बैठक,चंगदेव महाराज गरवाहरण संत ज्ञानेश्वर की पीठ पर रोटियां सेंकना,महाराज वेद लालमुखी वेद,संत ज्ञानेश्वर महाराज की संजीवन समाधि का प्रसंग,संत ज्ञानेश्वर महाराज का परिनिर्वाण,यह मूर्ति संत तुकाराम महाराज के अभंग,संत ज्ञानेश्वर की सार ज्ञानेश्वरी 12 अध्यायों पर आधारित होगी।
वड़मुखवाड़ी में समूह मूर्तियों के पास विभिन्न संतों के जीवन पर आधारित 47 घटनाओं को दिखाया जाएगा। यह काम शुरू कर दिया गया है। ऐसा वृषाली पोद्दार,अवर अभियंता ने दी।