Mumbai News मुंबई/पिंपरी (व्हीएसआरएस न्यूज) मावल और पिंपरी चिंचवड़ से उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के वफादार सहयोगी संजोग वाघेरे (शिवसेना) ठाकरे समूह में शामिल हो गए हैं। शिवसेना ठाकरे गुट के प्रमुख उद्धव ठाकरे की मौजूदगी में वाघेरे ने मातोश्रीवर ठाकरे गुट में प्रवेश किया। पिंपरी चिंचवड शहर अजित पवार का किला माना जाता है। लेकिन संजोग वाघेरे जैसा कदावर नेता ने किले में सुरंग लगाकर उद्धव शिवसेना का दामन थाम लिया है, उनको मावल लोकसभा चुनाव लडने के लिए कहा गया है।
उद्धव ठाकरे ने संजोग वाघेरे को शिवबंधन बांधा
मुंबई में उद्धव ठाकरे ने उन्हें शिवबंधन बांधा। संजोग ने कहा, मैं उद्धव ठाकरे का आभारी हूं। उन्होंने मेरे जैसे कार्यकर्ता को शिवसेना में शामिल होने की अनुमति दी। यह उद्धव ठाकरे की वजह से है कि हम कोरोना के प्रकोप के दौरान महाराष्ट्र में कोरोना को रोकने में सक्षम थे। उन्होंने राज्य के नागरिकों को कोरोना से बचाने के लिए जीजान से सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल किया। वाघेरे की पार्टी में एंट्री के वक्त ठाकरे ग्रुप के कार्यकर्ताओं ने ’50 खोके एकदम ओके’ जैसे नारे दिए हैं। इस मौके पर शिवसेना ठाकरे सांसद संजय राऊत, अरविंद सावंत, विधायक सचिन अहीर समेत अधिकारी मौजूद रहे।
संजय राउत ने क्या कहा?
पनास खोके और यहां स्कॉर्पियो बुलेरो आती है जिसको संजोग ने लात मारकर शिवसेना का दामन थामा। संजय राउत ने कहा, हम शिवसेना को लेकर भावुक हैं लेकिन अब हमें लड़ना होगा। 2023 के अस्त होते-होते 2024 में शिवसेना का सूरज चमकता हुआ नजर आएगा। हम मावल निर्वाचन क्षेत्र को वापस लाना चाहते हैं। संजय राउत ने यह भी कहा कि जिन लोगों ने महाराष्ट्र, मातोश्री का अपमान किया, उनकी असली जगह हम मिलकर दिखाएंगे।
क्या कहा उद्धव ठाकरे ने?
जब तुम मुझसे मिले तो भावुक हो गए। मुझे भावुकता और थोक का अंतर समझ में आने लगा। 50 खोके लेने वालों को अब उन्ही बक्से में बंद करना होगा। संजोग ने गद्दार और स्वाभिमानी का अंतर बता दिया। जहाँ शक्ति है, वहाँ भीड़ है। लेकिन यहां बात अलग है। मुझे वहां उपदेश देने के लिए आने की जरूरत नहीं है। आज ही वहां मावल में भगवा लहराया। यह मावल निर्वाचन क्षेत्र अलग है। मैं प्रचार करने आऊंगा। उनके पास कोई विकल्प नहीं है। नरेंद्र मोदी की 10 साल की उपलब्धियां देखी जा चुकी हैं। ऐसा होने दीजिए, गांवों में चर्चा कार्यक्रम शुरू कीजिए। अब मुझे आपको यह बताने की जरूरत नहीं है कि चुनाव कैसे जीता जाता है। अब गद्दार को दफ़न करना होगा।
कौन हैं संजोग वाघेरे?
वह पूर्व मेयर स्वर्गीय भीकू वाघेरे के बेटे हैं।
संजोग वाघेरे एनसीपी के टिकट पर तीन बार नगरसेवक रह चुके हैं
उन्होंने मेयर के रूप में कार्य किया है
उनकी पत्नी नगरसेविका,स्थायी समिति सभापति थीं
संजोग वाघेरे लगातार 8 साल तक एनसीपी के शहर अध्यक्ष रहे हैं
इस परिवार को शरद पवार और अजित पवार के करीबी रिश्तेदारों के तौर पर देखा जाता है