Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) हवाईअड्डे की सुरक्षा में तैनात सेना के एक सेवानिवृत्त अधिकारी के बैग में अनजाने में कारतूस छूट जाने के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। बचाव पक्ष ने तर्क दिया कि कारतूस रखने से अपराध की तैयारी या उद्देश्य नहीं बनता है। उसके बाद सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारी को 20 हजार रुपये की जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया गया।
जमानत पर छूटे सैन्य अधिकारी की पहचान रविकुमार पांडुरंग झावरे (उम्र 36 वर्ष निवासी राहुरी) के रूप में हुई है। वह वर्तमान में डाक विभाग में कार्यरत हैं। झावरे 1 अप्रैल को रात करीब 10 बजे लोहगांव एयरपोर्ट पहुंचे थे। वह पुणे से गुवाहाटी-दिल्ली जा रहा था। लोहगांव एयरपोर्ट पर निरीक्षण के दौरान उसके बैग में दो जिंदा कारतूस मिले। उसके बाद उसके खिलाफ केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा विभाग के अधिकारियों ने एयरपोर्ट थाने में शिकायत दर्ज करायी थी। जावरे को इस मामले में गिरफ्तार किया गया था। झावरे की ओर से एड. ऋषिकेश सूबेदार व एड. अमोल डांगे ने जमानत के लिए अर्जी दी थी।
जावरे सेना से सेवानिवृत्त हुए हैं। सैन्य सेवा के दौरान अनजाने में उनके पास दो जिंदा कारतूस रह गए थे। उसे नहीं पता था कि कारतूस उसके बैग में है। बचाव पक्ष के अधिवक्ता एड. सूबेदार व एड. डांगे ने किया। कोर्ट ने उनकी दलील को स्वीकार करते हुए जमानत दे दी।