Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) इस वर्ष वर्षा के पूर्वानुमान को देखते हुए बांध में जल संरक्षण आवश्यक है। हालांकि, पुणे पालिका को पुणे शहर में सप्ताह में एक दिन के लिए पानी की कटौती होने पर अगले दिन कुछ क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति बाधित होने की समस्या के संबंध में तकनीकी कठिनाइयों को दूर करने के लिए आठ दिनों के भीतर उपाय प्रस्तुत करना चाहिए। पालकमंत्री चंद्रकांत पाटिल ने घोषणा की कि तब तक शहर में पानी की कटौति नहीं की जाएगी।
पालक मंत्री चंद्रकांत पाटिल की अध्यक्षता में राजकीय विश्राम गृह में जिले में परियोजनाओं के लिए नहर सलाहकार समिति की बैठक हुई। वह उस समय बात कर रहे थे। खडकवासला परियोजना नहर सलाहकार समिति की बैठक में सांसद वंदना चव्हाण, राज्य के पूर्व मंत्री विधायक दत्तात्रय भरणे, विधायक माधुरी मिसाल, राहुल कुल, भीमराव तपकीर, अशोक पवार, संजय जगताप, पुणे पालिका आयुक्त विक्रम कुमार, कलेक्टर डॉ. राजेश देशमुख, कृष्णा खोरे विकास निगम के कार्यकारी निदेशक अतुल कपोले, मुख्य अभियंता हनुमंत गुनाले, अधीक्षण अभियंता सुनंदा जगताप आदि मौजूद रहे।
इस अवसर पर पालक मंत्री पाटिल ने कहा, इस साल मौसम विभाग के पूर्वानुमान के कारण कमी की संभावना है। इसी के मुताबिक कैबिनेट की बैठक में भी इस पर चर्चा हुई है। साथ ही शासन स्तर पर तरह-तरह के उपाय किए जा रहे हैं। चारा योजना शुरू हो चुकी है और आसपास के राज्यों से चारा लाने की तैयारी चल रही है। बांध में अगस्त तक पानी की आपूर्ति कैसे की जा सकेगी, इसकी भी प्लानिंग की जा रही है।
पुणे शहर के लिए 15 जुलाई तक पानी देने की योजना बनाई गई है और अगर हर हफ्ते एक दिन पानी की कटौती की जाती है तो वही पानी अगस्त तक दिया जा सकता है। हालांकि जनप्रतिनिधियों की शिकायत है कि अगर एक दिन पानी की कटौती की जाती है तो कुछ इलाकों में अगले कुछ दिनों तक पानी की आपूर्ति बाधित रहती है। पालिका आठ दिनों के भीतर इसका अध्ययन कर तकनीकी उपाय प्रस्तुत करे। तब तक पानी कटौति नहीं की जाएगी। कृषि के लिए भी पर्याप्त जल आपूर्ति जरूरी है।
खडकवासला परियोजना के तहत नई मुठा दाहिनी नहर का द्वितीय पुनरीक्षण 1 मई से
खडकवासला परियोजना के 4 बांधों में 25 अप्रैल तक 11.61 टीएमसी का संयुक्त जल भंडारण है। तदनुसार, नवीन मुठा दाहिनी नहर की सिंचाई के लिए द्वितीय ग्रीष्म चक्र को 1 मई से 15 जून तक छोड़ने का निर्णय लिया गया। पुणे पालिका के लिए 15 जुलाई तक 4.53 टीएमसी पानी आरक्षित किया गया है। बैठक में पुरानी मुठा राइट नहर की लाइनिंग, खडकवासला परियोजना से लोनी कालभोर तक नई मुठा राइट नहर के लिए टनल, जनाई शिरसाई उपसा सिंचाई योजना, पुरंदर उपसा सिंचाई योजना के सुदृढ़ीकरण आदि पर चर्चा की गई।