Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे राज्य में सड़कों पर पड़े गड्ढों को लेकर काफी आक्रामक नजर आ रहे हैं। राज ठाकरे ने राज्य में जन प्रतिनिधियों के काम पर सवालिया निशान उठाते हुए कहा है कि लोग गड्ढों के खिलाफ एकजुट नहीं हैं और जब तक लोगों का गुस्सा मतपेटियों के जरिए नहीं दिखेगा तब तक राज्य की सड़कों पर गड्ढे बने रहेंगे।
उन्होंने कहा कि सड़कों पर गड्ढे पहली बार नहीं हैं। जब तक लोगों के दिलों में गुस्सा मतपेटी के माध्यम से दिखाई नहीं देगा, तब तक यह सिलसिला नहीं रुकेंगे। मनसे ने गड्ढों के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाया है। गड्ढों के खिलाफ मनसे राज्य भर में आंदोलन करेगी। हर शहर में आंदोलन का तरीका अलग होगा।
टाउन प्लानिंग के बारे में कोई नहीं जानता!
उन्होंने कहा कि पुणे में सात शहर हैं। उन्होंने एक बार फिर बढ़ते पुणे का मुद्दा उठाया है। पुणे शहर कैसे और किस दिशा में फैल रहा है? किसी को कोई जानकारी नहीं है। पुणे में सिर्फ मतदाता बढ़ाने का काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि शहर की टाउन प्लानिंग की किसी को परवाह नहीं है और न ही इसमें कोई संदेह है कि किसी को पता होना चाहिए कि वास्तव में टाउन प्लानिंग होती क्या है।
हर शहर की संरचना अलग होती है। यह शहर की संरचना और जनसंख्या पर निर्भर करता है। हमें अस्पताल, स्कूल, कॉलेज, बाजार चाहिए। इसके साथ ही इलाके का डिजाइन इस तरह होना चाहिए कि नागरिकों की बुनियादी जरूरतें पूरी हो सकें। उन्होंने यह भी कहा कि जब भी जनसंख्या बढ़ रही हो तो इस पर विचार किया जाना चाहिए।
जब चाहोगे चुनाव हो जायेंगे?
फिलहाल प्रदेश में कानून नाम की कोई चीज नहीं रह गयी है। चुनाव कब होंगे यह सवाल पिछले कई महीनों से उठाया जा रहा है। उन्होंने कहा है कि वे जब चाहें तब चुनाव कराएंगे।
पुणे में मनसे का आंदोलन
जैसा कि राज ठाकरे ने बताया, पुणे में एमएनएस पदाधिकारी और कार्यकर्ता गड्ढों के खिलाफ आक्रामक थे। उन्होंने शहर के विभिन्न इलाकों में पौधारोपण कर आंदोलन की शुरुआत की। राज ठाकरे ने मानसैनिकों से सड़क पर बजरी का पेड़ लगाने और शांतिपूर्वक विरोध प्रदर्शन करने की अपील की थी। इसके अनुसार मनसे सैनिक पुणे में एकत्र हुए थे। पुणे समेत राज्य के कुछ शहरों में भी इसी तरह के विरोध प्रदर्शन हुए।