Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) डिप्रेशन के चलते खतरनाक तरीके से रेलवे क्रॉसिंग और ट्रेनों के नीचे आकर आत्महत्या करने की घटनाएं बढ़ गई हैं। पुणे डिवीजन में, पिछले साल रेलवे में 464 लोगों की मौत हुई और रेलवे पुलिस ने रेलवे पर होने वाली मौतों की संख्या में 24 प्रतिशत की वृद्धि देखी है।
रेलवे ट्रैक पार करना गैरकानूनी है। रेलवे के अवैध क्रॉसिंग के मामले में रेलवे अधिनियम के तहत जुर्माने का प्रावधान है। लोहमार्ग पुलिस के पुणे डिवीजन में छह जिले शामिल हैं। पुणे, दौंड, मिराज, सोलापुर, कोल्हापुर, अहमदनगर जैसे महत्वपूर्ण स्टेशन लोहमार्ग पुलिस के अधिकार क्षेत्र में आते हैं। खतरनाक तरीके से रेलवे क्रॉसिंग के दौरान हादसे होते हैं। ट्रेन की चपेट में आने से नागरिकों की मौत आर्थिक परेशानी,पारिवारिक कलह,प्रेम प्रसंग, ट्रेन से कूदकर आत्महत्या करने के योग बनते हैं। ऐसी घटनाएं रेलवे पुलिस द्वारा दर्ज की जाती हैं। पुलिस ने इसे एक्सीडेंटल डेथ के तौर पर दर्ज किया है।
लोहमार्ग पुलिस बल के पुणे मंडल के पुलिस अधीक्षक श्रीकांत धीवरे ने बताया कि जनवरी से दिसंबर (2022) की अवधि के दौरान लोहमर्ग पुलिस बल के पुणे मंडल में 464 लोगों की मौत हुई है। लोहमार्ग पुलिस के पास एक बड़ा कार्यक्षेत्र है। रेलवे सुरक्षा रेलवे पुलिस बल और रेलवे सुरक्षा बल की जिम्मेदारी के अधीन है। उन्होंने कहा कि रेलवे में हर जगह सुरक्षा रखना संभव नहीं है।
पुणे-लोनावला रेलवे के साथ-साथ शहरी क्षेत्रों से गुजरने वाली रेलवे पर दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों की संख्या अधिक है। पाइप (शॉर्टकट) बचाने के लिए नागरिक रेलवे के ऊपर से गुजरते हैं। रेलवे पुलिस बल के पुलिस अधीक्षक श्रीकांत धीवरे ने देखा कि शहरी क्षेत्रों में रेलवे को खतरनाक तरीके से पार करते समय आकस्मिक मौत की दर अधिक है। पारिवारिक विवाद, प्रेम प्रसंग, आर्थिक तंगी के चलते ट्रेन के नीचे कूदकर आत्महत्या की घटनाएं होती हैं।
रेल हादसों में मरने वालों की संख्या
वर्ष…दुर्घटना मृत्यु
2019 628
2020 288
2021 377
2022 464