Pune पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) राज्य के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने हड़ताली एसटी कर्मचारियों को अंतिम समय सीमा दी है। परीक्षा चालू है। छात्रों को एसटी चाहिए। कई छात्र कठिन क्षेत्रों से आते हैं। वे दूसरा वाहन नहीं ले सकते,इसलिए एसटी कार्यकर्ताओं से काम पर लौटने का अनुरोध किया जाता है। जिन लोगों को सस्पेंड किया गया है उन्हें काम पर लौटने का मौका दिया गया है। 31 मार्च तक बिना किसी की सुनेे आकर एसटी ज्वाइन करें। अपना काम शुरू करें। अगर 31 मार्च तक इस पर अमल नहीं हुआ तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, उन्हें अलग से मौका नहीं मिलेगा, अजीत पवार ने चेतावनी दी है। यह चेतावनी उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान दी।
एसटी का प्रश्न हल हो गया है। अनिल परब ने कल एक समझदार भूमिका निभाई। उन्होंने एसटी कार्यकर्ताओं को एक आखिरी मौका दिया है। एसटी कर्मचारियों को सातवें वेतन आयोग के करीब ले जाया गया है। उनका वेतन बढ़ा दिया गया है। सरकार ने 10 तारीख तक श्रमिकों को भुगतान करने की जिम्मेदारी भी ली है। इसलिए कार्यकर्ताओं को अभी से काम करना शुरू कर देना चाहिए।
दो परियोजनाएं अलग हैं
यह झूठ है कि जुन्नर की सफारी को बारामती में शिफ्ट कर दिया गया है। बारामती परियोजना को 2016 में मंजूरी दी गई है। तो जुन्नर का प्रोजेक्ट अलग है। लेकिन कुछ लोग इसका राजनीतिकरण करने के लिए क्षमाप्रार्थी प्रयास कर रहे हैं। लेकिन कल मैंने इस बारे में मुख्यमंत्री से भी बात की थी। आदित्य ठाकरे के पास पर्यावरण विभाग है। सफारी के लिए स्थान निर्धारित करने के लिए वन विभाग जुन्नर में एक सर्वेक्षण कर रहा है। हुआ यूं कि अतुल बेंके और अमोल कोल्हे,जो स्थानीय जनप्रतिनिधि हैं,को तेंदुआ सफारी शुरू करने के लिए विश्वास में लिया गया।
तब तक नेतृत्व की सरकार चलेगी
हमने उचित बजट पेश किया है। उस ने कहा, आपका क्या मतलब है इसका जवाब देना मेरा काम नहीं है। अधिवेशन से पहले बहुत कुछ कहा जा चुका है कि ऐसा होगा। लेकिन मैं दोहराता हूं कि जब तक सोनिया गांधी, शरद पवार और उद्धव ठाकरे का फैसला है, यह सरकार चलेगी, उन्होंने स्पष्ट किया। हम पूरे पुलिस बल को सुविधा प्रदान कर रहे हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पुलिस को भी ऐसा ही करना चाहिए।