पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) एसीबी ने पुणे में एक सहायक पुलिस निरीक्षक समेत दो लोगों को रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा है। आरोप है कि धोखाधड़ी के मामले में पुलिस अधिकारी ने उसे जमानत दिलाने में मदद के लिए पांच लाख रुपये की मांग की। रंगेहाथ को उससे एक लाख रुपये लेते हुए गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों में सहायक पुलिस निरीक्षक राहुल अशोक पाटिल (33 वर्ष) और निजी व्यक्ति संतोष भाऊराव खांडवे (45 वर्ष, लोहगांव निवासी) हैं। उन पर धोखाधड़ी के एक मामले में जमानत दिलाने का वादा कर रिश्वत मांगने का आरोप है। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने पांच लाख रुपये में से एक लाख रुपये लेते हुए दोनों को रंगेहाथ पकड़ लिया।
सांगली में भी पुलिस अधिकारी रंगे हाथ पकड़े गए
वहीं सांगली में भी एक पुलिस अधिकारी को 25 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ा गया। पता चला है कि मिराज ग्रामीण थाने के एपीआई समाधान बिले को रिश्वत रोकथाम विभाग ने गिरफ्तार किया है। उस पर एक पुलिस अधिकारी से 25,000 रुपये की रिश्वत मांगने का आरोप है,यह कहते हुए कि शिकायतकर्ता पर पॉक्सो अधिनियम के तहत आरोप नहीं लगाया गया था।
उस्मानाबाद में आरटीओ कार्यालय में घूस देने वाले दलाल
इस बीच उस्मानाबाद में आरटीओ कार्यालय से दो दलालों को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया। दोनों को 4,500 रुपये की रिश्वत लेते हुए 4,500 रुपये,पहले 1,500 रुपये और अब 3,000 रुपये की मांग करते हुए पाया गया। तानाजी भोगिल और संदीप सूर्यवंशी ऐसे ही दो निजी दलाल हैं। समानाबाद रिश्वत रोकथाम विभाग ने कार्रवाई करते हुए दोनों को हथकड़ी लगा दी। उन पर चार पहिया वाहन का दोबारा रजिस्ट्रेशन कराने के लिए रिश्वत मांगने का आरोप है। उस्मानाबाद उपक्षेत्रीय परिवहन कार्यालय दलालों का अड्डा बनता जा रहा है।पिछले तीन महीने में इस तरह की यह दूसरी कार्रवाई है।
अंबरनाथ में फंसा राशन विभाग का लिपिक
इससे पहले अंबरनाथ में राशन विभाग के दो लिपिक भ्रष्टाचार निरोधक विभाग के जाल में फंस गए थे।ठाणे रिश्वतखोरी निवारण विभाग द्वारा दो लिपिकों को प्रत्येक डुप्लीकेट राशन कार्ड और ऑनलाइन पंजीकरण के लिए 500 रुपये की रिश्वत लेते हुए हथकड़ी लगा दी गई। घटना करीब दो माह पूर्व की है।