Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) पुणे रेलवे स्टेशन पर अपराधियों की अब खैर नहीं, क्योंकि पुणे रेलवे स्टेशन पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित कैमरे लगाए जाएंगे। इसलिए अगर कोई अपराधी पुणे से ही नहीं बल्कि देश के अन्य शहरों से भी पुणे स्टेशन पर आता है, तो उसके बारे में सुरक्षा एजेंसियों को तुरंत जानकारी मिल जाएगी। पुणे में अलग कंट्रोल रूम होगा। साथ ही राज्य स्तर पर कंट्रोल रूम बनाए जा रहे हैं। पुणे स्टेशन पर विभिन्न स्थानों पर करीब 120 उच्च गुणवत्ता वाले कैमरे लगाए जाएंगे, जिनसे यात्रियों सहित अपराधियों पर नजर रखी जाएगी।
भारतीय रेलवे ने निर्भया निधि के तहत देश भर के प्रमुख स्टेशनों पर हाई-टेक वीडियो निगरानी प्रणाली (वीएसएस) की स्थापना शुरू कर दी है। यह काम रेलटेल के जरिए किया जाएगा। इस पर 500 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। स्टेशन की गुणवत्ता के आधार पर उस पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। ये कैमरे काफी एडवांस होंगे,जिससे अपराधियों की तुरंत पहचान हो सकेगी। इसके अलावा,स्टेशनों पर गतिविधियों पर कड़ी नजर रखना आसान होगा।
देशभर में अपराधियों के आंकड़े…
अपराधियों के बारे में आरपीएफ, जीआरपी और स्थानीय पुलिस के पास जो जानकारी है, उसे सर्वर में शामिल किया जाएगा। सर्वर देश भर में सुरक्षा प्रणालियों से जुड़ा होगा। इसलिए जिस अपराधी का डाटा इसमें है, अगर वह पुणे स्टेशन या स्टेशन के परिसर में आता है, अगर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के आधार पर उस अपराधी के चेहरे की पुष्टि की जाती है, तो उसकी तत्काल जानकारी कंट्रोल रूम को जाएगी। हाई रिजॉल्यूशन वाले कैमरे दूर के अपराधियों की भी पहचान करेंगे। इसकी स्टोरेज कैपेसिटी 1 महीने से ज्यादा की होगी।
प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर वीडियो सर्विलांस सिस्टम (वीएसएस) लगाने का काम चल रहा है। पांच से छह महीने में काम पूरा होने की उम्मीद है। इससे यात्रियों की सुरक्षा में सुधार होगा। अपराधियों की पहचान के लिए निर्भया कोष के तहत विभिन्न स्टेशनों पर उच्च गुणवत्ता वाले सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। यह पहली बार है जब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल किया गया है।
स्टेशन पर स्थिति
1 लाख 40 हजार -दैनिक यात्रियों की संख्या
250-प्रतिदिन चलने वाली ट्रेनें
यह एक फायदा होगा
स्टेशन पर सुरक्षा होगी अधिक कारगर
बढ़ेगी यात्रियों की सुरक्षा
घटेगी अपराध की घटनाएं
कार्रवाई करना आसान होगा