पिंपरी पालिका की वसूली ‘प्रॉपर्टी टैक्स या गुंड़ा टैक्स’ ?
Pcmc News पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) पुणे और पिंपरी चिंचवड मनपा प्रॉपर्टी टैक्स वसूली के पैसों से मालामाल हो गई है। दोनों की तिजोरी में क्रमश: 463 अशौर 910 रुपये टैक्स के जमा हुए। दोनों की तिजोरी लबालब हो गई है। टैक्स वसूली में पिंपरी चिंचवड मनपा ने पुणे को पीछे छोड़ दिया है। पिंपरी पालिका टैक्स नहीं भरने वाले प्रॉपर्टी टैक्स धारकों को नोटिस,प्रॉपर्टी जब्ती,नल कनेक्शन कटिंग,प्रॉपर्टी की नीलामी का डर भय दिखाकर जबरन वसूली अभियान चलाया। कोरोना काल के दौरान लोगों के धंधा व्यवसाय चौपट हो गया,नौकरियां छूट गई,जो आज तक उबर नहीं पाए,कुछ लोग कोरोना काल में अपने माता पिता दोनों को खो दिया। ऐसे लोगों पर भी पालिका प्रशासन दया न करके सख्ती के साथ वसूली की है और कर रही है। प्रॉपर्टी टैक्स धारकों ने इस वसूली को ‘गुंडा टैक्स वसूली का नाम दिया है। अगर कोई किस्तों में सहुलियत चाहता है तो उसे नहीं दी गई। फिर इसे गुंडा टैक्स न कहे तो क्या कहें ?
संपत्ति टैक्स से मनपा के खजाने में 910 करोड़ रुपये जमा हुए हैं। कर संकलन विभाग को 1000 करोड़ रुपये का लक्ष्य पूरा करने के लिए अंतिम तीन दिनों में 90 करोड़ रुपये जुटाने की चुनौती का सामना करना पड़ेगा। कर संग्रहण कार्यालय शुक्रवार, शनिवार और रविवार को सुबह 9:30 बजे से रात 9:00 बजे तक खुले रहेंगे।
पिंपरी-चिंचवड़ शहर में, संपत्ति मालिकों को कर भुगतान करने के लिए 17 क्षेत्रिय कार्यालय और ऑनलाइन सुविधा प्रदान की गई है। पालिका के खजाने में अब तक 910 करोड़ रुपये का टैक्स जमा हो चुका है। 1000 करोड़ रुपये का लक्ष्य हासिल करने के लिए बकाएदारों की संपत्तियों को जब्त करने, पाइपलाइनों को काटने, जब्त संपत्तियों की नीलामी जैसी गतिविधियां की जा रही हैं। आज (29 मार्च) शुक्रवार को गुड फ्राइडे था और शनिवार, रविवार को पालिका का सरकारी अवकाश है। हालाँकि, नागरिकों की सुविधा के लिए कर संग्रहण कार्यालय इन तीनों दिनों में सुबह 9:30 बजे से रात 9 बजे तक खुले रहेंगे। सहायक आयुक्त नीलेश देशमुख ने बताया कि इससे नागरिकों को टैक्स जमा करने में सुविधा होगी।
अब तक औद्योगिक 4 हजार 395, आवासीय 4 लाख 26 हजार 530, अनिवासी 44 हजार 554, मिश्रित 12 हजार 432, रिक्त भूमि 4 हजार 416 जैसे कुल 4 लाख 92 हजार 422 लोगों ने टैक्स चुकाया है। ऑनलाइन 513 करोड़ 58 लाख, नकद 131 करोड़ 24 लाख, चेक 147 करोड़ 17 लाख, ईडीसी 12 करोड़ 93 लाख, आरटीजीएस 43 करोड़ 2 लाख, धनकर्ष (डिमांड ड्राफ्ट) 8 करोड़ 12 लाख, विविध आवेदन 6 करोड़ 93 लाख और इनइफ्ट 6 करोड़ 83 लाख रुपए एकत्रित हो गए हैं।
वाकड विभाग में करदाताओं की संख्या सबसे अधिक
शहर में टैक्स वसूली के लिए पालिका के 17 विभागीय कार्यालय हैं। इसमें वाकड डिविजन में सबसे ज्यादा 65 हजार प्रॉपर्टी मालिकों ने 148 करोड़ रुपए टैक्स जमा किया है। उसके तहत सांगवी, चिखली, चिंचवड़, मोशी, भोसरी डिविजन में टैक्स चुकाया गया है। तो वहीं सबसे निचले तलवड़े डिवीजन में आठ हजार 96 संपत्ति मालिकों ने 23 करोड़ 38 लाख का टैक्स चुकाया है।
पुणे मनपा के खजाने में सात हजार 463 करोड़ रुपये का इजाफा
वित्तीय वर्ष 2023-24 में आयकर, निर्माण शुल्क, जल पट्टा और वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) जैसे विभिन्न प्रकार के करों और कर्तव्यों के कारण पालिका के खजाने में 7 हजार 463 करोड़ रुपये जमा हुए हैं। वित्तीय वर्ष समाप्त होने में अभी दो दिन शेष हैं। इसलिए पालिका की आय में और बढ़ोतरी होने की संभावना है। पालिका के विभिन्न विभाग राजस्व बढ़ाने पर जोर दे रहे हैं। इस वर्ष भी,कुछ विभागों ने लक्ष्य प्राप्त कर लिया है,नागरिकों द्वारा 31 मार्च तक ऑनलाइन माध्यम से टैक्स का भुगतान किया जा सकता है। इसलिए संबंधित विभागों के राजस्व में कुछ बढ़ोतरी होगी। वर्ष 2023-24 के बजट में पालिका ने आयकर से 2400 करोड़ रुपये का लक्ष्य रखा था। इसके मुताबिक, 28 मार्च तक पालिका के खजाने में आयकर, निर्माण शुल्क, जल कर, जीएसटी जैसे विभिन्न करों के 7 हजार 463 करोड़ रुपये जमा हुए हैं।