Pcmc News पिंपरी (व्हीएसआरएस न्यूज) ऑनलाइन जुए के जरिए करोड़पति बनने वाले एक पुलिस सब-इंस्पेक्टर को आखिरकार निलंबित कर दिया गया है। ऑनलाइन गेम ड्रीम इलेवन में सोमनाथ ़झेंडे ने 1.5 करोड़ रुपये का इनाम जीता। पिंपरी-चिंचवड़ पुलिस ने स्पष्ट किया है कि उन्हें दुर्व्यवहार के लिए निलंबित कर दिया गया है। उन्हें बिना अनुमति के ऑनलाइन गेम खेलने, वर्दी में मीडिया इंटरव्यू देने और पुलिस विभाग की छवि को बदनाम करने के आरोप में निलंबित किया गया है।
पिंपरी-चिंचवड़ पुलिस आयुक्तालय के पुलिस उप-निरीक्षक सोमनाथ झेंडे को 1.50 करोड रुपये का पुरस्कार मिला। उनकी खबर पूरे महाराष्ट्र में हवा की तरह फैल गई। उनके परिवार में खुशी का माहौल था। लेकिन, उनकी ये ख़ुशी ज़्यादा देर तक टिक नहीं पाई। इस मामले में पिंपरी-चिंचवड़ पुलिस को उनसे जांच के आदेश दिए गए थे। यह जांच पुलिस उपायुक्त स्वप्ना गोरे कर रही थीं, जांच के लिए अक्सर पुलिस आयुक्तालय में सोमनाथ ़झेंडे को बुलाया जाता था। आखिरकार पुलिस की छवि खराब करने के आरोप में उनके खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई है। निलंबन के बाद उन्हें विभागीय जांच में अपना पक्ष रखने का मौका मिलेगा।
सवाल है कि इस ऑनलाएइन गेम ड्रीम इलेवन को सरकार ने ही मान्यता दी है। साथ ही अखबारों विभिन्न प्रसार माध्यमों में अधिकृत विज्ञापन दिया गया था।अगर पीएसआई झेंडे दोषी हैं तो कहीं न कहीं सरकार भी मान्यता देकर दोषी है। पुलिस उपनिरिक्षक को निलंबित करके सजा दी गई,लेकिन मान्यवता देने वाली शासन को कौन सजा देगा? रकम खाते में ट्रान्सफर करते समय टीडीएस कटिंग करके बाकी रकम जमा हुई है। मतलब सरकार की तिजोरी में टीडीएस की रकम जमा हुई। अगर यह गेम अवैध है तो शासन को इस पर बैन लगाना चाहिए।
वर्दी में मीडिया को बाइट देने और वर्दी की प्रतिमा को मलिन करना यह गलती हुई। गलती गेम की रकम जीतने की खुशी में अतिउत्साही होने के दौरान वर्दी में मीडिया से हू ब हू होने से हुई,इससे इंकार नहीं किया जा सकता। पुलिस विभाग की जांच रिपोर्ट और निलंबन की कार्रवाई में कोई उंगली नहीं उठा सकता,निर्णय पारदर्शी और बिना भेदभाव के लिए गया है।आपको यह भी बताना जरुरी है कि भाजपा के पूर्व शहर महासचिव अमोल थोरात ने इस मामले की लिखित शिकायत राज्य के गृहमंत्री व उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से की थी। इसके बाद फडणवीस ने पुलिस आयुक्त विनयकुमार चौबे को जांच करने के आदेश दिए थे। एसीपी स्वप्ना गोरे ने जांच पडताल करके अपनी रिपोर्ट पुलिस कमिश्नर को सौंपी,इसके बाद निलंबन की कार्रवाई हुई।