Pimpri पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) पिंपरी चिंचवड मनपा की बैठक ने शहर में सड़कों की सफाई के लिए 464 करोड़ रुपये के प्रस्ताव को आखिरकार खारिज कर दिया,जो कई लोगों के वित्तीय हितों के आरोपों के कारण विवादास्पद था। मेयर माई ढोरे ने प्रशासन को स्पष्ट आदेश दिया है कि इस मुद्दे को किसी भी हाल में दोबारा बैठक के सामने नहीं लाया जाए। शहर की प्रमुख सड़कों,बाजारों और अन्य खुले स्थानों की यांत्रिक सफाई के लिए 464 करोड़ रुपये का प्रस्ताव लंबे समय से बिना किसी निर्णय के लंबित है। यह आरोप लगाया गया था कि सत्तारूढ़ भाजपा,राकांपा और पार्टी के अन्य नेताओं के साथ-साथ नगर पालिका के वरिष्ठ अधिकारियों के भी इसमें वित्तीय हित थे।
चार महीने पहले प्रस्ताव दाखिल किया गया था। हालांकि हित समूहों ने एक साथ आकर 29 जुलाई की बैठक में प्रस्ताव को मंजूरी के लिए वापस रख दिया। आपसी सहमति नहीं थी। इसलिए विषय को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। 20 अगस्त को हुई बैठक में यह प्रस्ताव फिर से एजेंडे में था। सड़क की सफाई को लेकर राकांपा और भाजपा बार-बार आरोप लगाते रहे हैं। सफाई के मामले में एनसीपी ने शहर को रेटिंग दी है। हालांकि भाजपा की गलत नीतियों के कारण शहर की साफ-सफाई बर्बाद हो गई। राकांपा का आरोप है कि साढ़े चार साल की सत्ता में भाजपा ने सफाई कार्यों की उपेक्षा की है। तो बीजेपी के मुताबिक एनसीपी पदाधिकारी ठेकेदार हैं और वे ही हैं जो इस सफाई अनुबंध में रुचि रखते हैं। साफ-सफाई के काम पर बीजेपी के फोकस के कारण ही शहर साफ-सुथरे और मटमैले शहर की तरफ बढ़ रहा है। एनसीपी के शासन काल में सबसे ज्यादा सफाई का इंतजार था।