Pcmc News पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) अटल विहारी वाजपेयी सरकार के पूर्व केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री और ‘इथेनॉल मैन किताब’ से सम्मानित श्री एम के पाटिल ने आज व्हीएसआरएस न्यूज के कार्यालय में शुभेच्छा भेंट दी। प्रधान संपादक और विश्व श्रीराम सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.लालबाबू गुप्ता ने प्रभू श्रीराम की तस्वीर और शाल देकर भव्य सत्कार किया। इस अवसर पर प्रिंट मीडिया प्रमुख संतलाल यादव,इलेक्ट्रॉनिक मीडिया प्रमुख मोहन दुबे,सुदर्शन टीवी के पत्रकार दिपक चव्हाण,विकास पाटिल ने एम के पाटिल का जोरदार स्वागत किया।
इथेनॉल के इस्तेमाल से देश का 20 लाख करोड़ बचेगा-एम के पाटिल
अण्णा पाटिल ने एक साक्षात्कार के दौरान कहा कि मोदी के नेतृत्व में 2014 से लेकर अब तक ग्रामीण व शहरी आंचलों में अभूतपूर्व क्रांतिकारी कार्य हुए। हर घर पेयजल,शिक्षा,किसानों की खेती,स्वास्थ्य,बिजली,सड़कें हर क्षेत्र में चमत्कारी कार्य से विकास की गंगा बह रही है। अटल विहारी वाजपेयी सरकार में मंत्री रहते ग्रामीण विकास पर ज्यादा फोकस किया। मकाई,गन्ने से बनने वाले इथेनॉल का ईंधन के रुप में इस्तेमाल करने का शुभारंभ हुआ। देश में 100% वाहन गाडियां इथेनॉल ईंधन से चलाने का मिशन हाथ में लिया गया था। लेकिन वाजपेयी की सरकार गई और 10 साल कांग्रेस की सरकार बनी,इस दौर में इस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। मोदी सरकार ने युद्धस्तर पर इस पर काम कर रही है। मिशन कामयाब हुआ तो देश का 20 लाख करोड़ रुपये जो पेट्रोल डीजल के पीछे खर्च हो रहा है उसे बचाया जा सकेगा। इथेनॉल के इस्तेमाल से प्रदुषण को खत्म करके स्वास्थ्य जीवन देशवासियों को दिया जा सकता है। पर्यावरण रक्षा में मददगार साबित होगा। वर्तमान में इथेनॉल मकई और अन्य पौधों की सामग्री से बना एक अक्षय ईंधन है। इथेनॉल का उपयोग व्यापक है, और यू.एस. में 98% से अधिक गैसोलीन में कुछ इथेनॉल होता है। सरकार ने बतौर ईंधन वाहनों में सिर्फ इथेनॉल के इस्तेमाल का लक्ष्य रखा है।भारत ने वर्ष 2023-24 तक पेट्रोल के साथ 20 प्रतिशत एथेनॉल-मिश्रण का लक्ष्य रखा है और अंतिम लक्ष्य 100 प्रतिशत इथेनॉल से चलने वाले वाहन हैं।
एम के पाटिल 5 बार सांसद,1 बार केंद्रीय मंत्री,महाजन,मुंडे राजनीति में लाए
एम के पाटिल ने अपने राजनीति जीवन के बारे में बताते हुए कहा कि वे एम एससी करने के बाद अमेरिका में केमिकल्स इंजीनियर की डिग्री की पढ़ाई की। चाहता तो पैसा कमा सकता था और परिवार को अच्छी जिंदगी दे सकता था लेकिन किसान का बेटा हूं देश के गांवों के विकास में योगदान देने का संकल्प लिया। प्रमोद महाजन और गोपीनाथ मुंडे ने मुझे राजनीति में लाए। वाजपेयी जैसे अंतर्राष्ट्रीय कद्दावर नेता,प्रधानमंत्री के साथ काम करने का मौका मिला। मेरा यह सौभाग्य है। महाराष्ट्र के इरंडोल लोकसभा क्षेत्र से वहां की जनता ने 5 बार सांसद बनाया। एम के पाटिल भारत के 200 चीनी मीलों के टेक्निकल सलाहगार रह चुके हैं। चीनी मील क्षेत्र में उनका कार्य आज भी याद किया जाता है।
अटल बिहारी वाजपेयी ने एम के पाटिल को इथेनॉल मैन किताब से किया सम्मानित
एम के पाटिल का जन्म 15 सितंबर 1939 के दिन नासिक के सावरगांव में हुआ था। पिता का नाम किसन राव और माता लिलावती है। पूर्व केंद्रीय मंत्री एम के पाटिल द्धारा इथेनॉल पर आधारित एक किताब लिखी थी,प्रधानमंत्री वाजपेय ने किताब पढ़कर इतना प्रभावित हुए कि वे इन्हें खानदेश रत्न इथेनॉल मैन किताब से सम्मानित किया। एम के पाटिल का विश्वास है कि देहातों में गुणवत्ता दार शिक्षा होनी चाहिए। युवाओं के बारे में कहा कि वे देश के कर्णधार है। देश की उन्नति के लिए युवावर्ग नई टेक्नॉलॉजी से प्रोजेक्ट बना रहे,संशोधन कर रहे हैं।
अगला प्रधानमंत्री कौन,एम के पाटिल ने दिया जवाब
देश का अगला प्रधानमंत्री कौन बनना चाहिए? इस सबाल पर बचते बचाते हुए कहा कि भाजपा में लोकतंत्र प्रणाली से प्रधानमंत्री का चयन होता है। आज गडकरी के नाम को लेकर देश में चर्चा हो रही है। लोकतंत्र में सर्वसम्मति का होना जरुरी है। हलांकि एम के पाटिल के दिल में गडकरी का नाम है लेकिन एम के पाटिल सार्वजनिक बोलने से बचने में भलाई समझी। देश में सीबीआई,ईडी,आयकर के छापे पड़ रहे हैं। इनके दम पर सरकारें गिराई और बनायी जाती है,इस सवाल पर कहा कि काफी कठिन सवाल है,देश में संवैधानिक ढांचा है उसी के दायरे में लोकतंत्र जिंदा है। कोई भी सरकारें लोकतंत्र से बननी चाहिए।