Pcmc पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) जगद्गुरु संत तुकाराम महाराज और संत श्रेष्ठ ज्ञानेश्वर महाराज की दोनों पालकियां पुणे से पंढरपुर जा रही हैं। देहु और आलंदी से प्रस्थान समारोह बड़े भक्तिमय माहौल में आयोजित किया गया था। चूंकि करोना के बाद यह पहला पालकी समारोह था, इसलिए इस साल वारकरियों की भारी भीड़ उमड़ी। इसी भीड़ का फायदा उठाकर कई चोरों ने वारकरी भक्तों के मंगलसूत्र और अन्य कीमती समान चुराए। ऐसे ही कुछ अपराधियों पर नजर रखने के लिए पिंपरी-चिंचवड़ पुलिस ने भेष बदलकर पालकी में वारकरियों के साथ चल रहे थे। पुलिस 60 लोगों को पकड़ने में कामयाब रही है और उनके पास से 5.5 लाख रुपये के सोने के आभूषण जब्त किए हैं।
पुलिस ने आलंदी क्षेत्र के देहू में पालकी समारोह के लिए आए 225 संदिग्धों को गिरफ्तार किया था। इनमें से 60 लोगों को पुलिस ने अपराध करते हुए रंगेहाथ पकड़ा है। दो साल बाद, वारकरियों की उपस्थिति में पालकी समारोह आयोजित किया गया था। इसलिए काफी भीड़ थी। इसी का फायदा चोर उठा रहे थे। यह जानकारी पुलिस कमिश्नर अंकुश शिंदे ने दी है।
पुलिस आयुक्त अंकुश शिंदे के अनुसार पालकी समारोह में जेबकतरों और सोने की चेन चोरों के आने की आशंका को देखते हुए देहू, आलंदी में अपराध शाखा और पुलिस के आठ दस्ते तैनात किए गए थे। वे दिन-रात गश्त कर रहे थे। ये सभी अधिकारी-कर्मचारी सादे कपड़ों में घूम रहे थे। आरोपी की पहचान उस जिले से हुई थी, जहां से चोरों के आने की संभावना थी। ऐसी जानकारी पुलिस कमिश्नर ने दी है। दोनों पालकियों से 225 संदिग्धों को गिरफ्तार किए गए। इनमें से 60 को हथकड़ी लगाई गई है। उन्हें महिलाओं सहित सोने की चेन और पर्स मारने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।