Pcmc पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) पिंपरी चिंचवड पुलिस मुख्यालय अंतर्गत कार्यरत हिंजवडी पुलिस ने एक अपहृत लड़के को सफलतापूर्वक रिहा कर 20 लाख रुपये की फिरौती मांगने वाले पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी महज छह घंटे में की गई।
हिंजेवाड़ी फेज 2 से 15 साल के लड़के का अपहरण अपहृत लड़के की मां रेखा कश्यप (35) ने हिंजेवाड़ी थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद तलाश शुरू हुई। केवल छह घंटे में, हिंजेवाड़ी अपराध शाखा ने लक्ष्मण डोंगरे (22 वर्ष), ज्ञानेश्वर चव्हाण (22 वर्ष), लखन चव्हाण (26 वर्ष, सभी निवासी अश्विनीपुर टांडा, ग्राम वरुद, तहसील पुसाद, जिला यवतमाल) और दो अन्य नाबालिग लडकों को गिरफ्तार किया। अपहृत लड़के को उनके चंगुल से छुड़ाकर उसके परिवार के हवाले कर दिया गया है।
जानकारी के अनुसार, वादी के 15 वर्षीय बेटे सनी कश्यप का 2 जुलाई की रात करीब 9 बजे एक अज्ञात व्यक्ति ने अपहरण कर लिया था, जब वह आईसीआईसीआई के पास स्वराज पेट्रोल पंप के सामने एक फेज 2 से पानीपुरी ठेला लेकर घर लौट रहा था। अपहरण फिरौती के लिए किया गया। आरोपी ने वादी के पति शंकर कश्यप को फोन कर 20 लाख रुपये की फिरौती मांगी। फिरौती नहीं देने पर बेटे को जान से मारने की धमकी दी।
हिंजवडी पुलिस थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक डॉ.विवेक मुगलिकर के मार्गदर्शन में तत्काल जांच शुरू की गई। अपहृत लड़के के पिता,शंकर कश्यप को तकनीकी विश्लेषण के माध्यम से एक मोबाइल नंबर से फिरौती का कॉल आया और घटनास्थल के आसपास कुल 18 सीसीटीवी कैमरों के फुटेज की जांच करने के बाद, संदिग्ध ने संदिग्ध की पहचान मारुति ज़ेंडा कार नंबर के रूप में की। पता चला कि लडके को चक04द4238 में बैठाकर अहमदनगर रोड पर ले गए। साथ ही आरोपित के हथियार होने की भी पुष्टि हुई।
डॉ.विवेक मुगलिकर के मार्गदर्शन में जांच दल के अधिकारियों और अधिकारियों की दो टीमें गठित की गई और एक टीम तुरंत मौके की तलाशी के लिए अहमदनगर रोड गई। वहां पुलिस को एक वाहन दिखी जिससे पता चला कि यही अपराधियों का वाहन है। इसके बाद पुलिस ने आरोपियों को अपनी हिरासत लेकर अपहत लडके को सुरक्षित निकाले। पुलिस यह कार्रवाई वेशभूषा बदलकर किया। उनके पास से एक लोहे की दरांती, एक तलवार,5 अलग-अलग कंपनियों के मोबाइल फोन और 1.70 लाख रुपये की मारुति ज़ेंडा कार जब्त की गई। इन आरोपियों के खिलाफ द. बनाम भारतीय शस्त्र अधिनियम (हिंजावाड़ी पुलिस) की धारा 364 (ए),महाराष्ट्र पुलिस अधिनियम 135 और धारा 4 (25) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
तीनों आरोपियों के रिकॉर्ड खंगालने पर पता चला कि उनके खिलाफ और भी मामले दर्ज हैं। लखन चव्हाण के खिलाफ अरनी, पुसाद और हिंजेवाड़ी थाने में मामला दर्ज किया गया है। लक्ष्मण डोंगरे के खिलाफ पुसाद और हिंजेवाड़ी थाने में मामला दर्ज किया गया है। हिंजवडी थाने में ज्ञानेश्वर चव्हाण के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
यह कार्रवाई अंकुश शिंदे -पुलिस आयुक्त पिंपरी चिंचवाड़, डॉ.संजय शिंदे-अपर पुलिस आयुक्त पिंपरी चिंचवड,आनंद भोइटे-पुलिस उपायुक्त 2, पिंपरी चिंचवड़,श्रीकांत डिस्ले-सहायक पुलिस आयुक्त, वाकाड विभाग के मार्गदर्शन में हिंजवडी पुलिस स्टेशन की वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक डॉ. विवेक मुगलिकर,सुनील दहिफले पुलिस निरीक्षक (अपराध),सोनीबापू देशमुख पुलिस निरीक्षक (अपराध),जांच दल के प्रमुख सपोनी,सागर काटे,सपोनी राम गोमारे,तुकाराम खड़के,पौनी,रमेश पवार पौनी,पुलिस अधिकारी महेश वैबासे,बंदू माराने,बालकृष्ण शिंदे,बापूसाहेब धूमल,योगेश शिंदे,कैलास केंगले,विक्रम कुडाल,कल्पेश बाबर,अरुण नर्ले,चंद्रकांत गड्डे,श्रीकांत चव्हाण,करभरी पल्वे,अमर राणे,ओमप्रकाश कांबले,दत्ता शिंदे,सागर पंडित,अमित जगताप की टीम ने की।