Pcmc News पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) इंटीग्रेटेड कमांड अँड कंट्रोल सेंटर प्रायोगिक प्रणाली की मदद से आपदा प्रबंधन, सरकारी प्रणालियों तक आसान पहुंच, उचित यातायात नियंत्रण और प्रबंधन,शहर की स्वास्थ्य स्थिति का उचित विश्लेषण और निगरानी की जा सकती है। सुरक्षा और कानून प्रवर्तन के माध्यम से नागरिक व्यवहार में बदलाव भी,शहर के आत्मनिर्भर और बहुआयामी विकास के रूप में संभव है। स्मार्ट सिटी के प्रशासक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी राजेश पाटिल ने राय व्यक्त करते हुए कहा कि स्मार्ट सिटी से संबंधित संस्थाओं के साथ संपर्क स्थापित करना और उनका मूल्यांकन करना संभव होगा।
पिंपरी चिंचवड़ स्मार्ट सिटी पहल के तहत स्थापित इंटीग्रेटेड कमांड अँड कंट्रोल सेंटर के माध्यम से 15 अगस्त से एक क्षेत्रीय कार्यालय क्षेत्र में स्मार्ट सिटी परियोजना को पायलट आधार पर लागू किया गया था। पालिका आयुक्त और स्मार्ट सिटी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राजेश पाटिल ने स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव के अवसर पर रिबन काटा और उस समय बोल रहे थे। अतिरिक्त आयुक्त विकास ढकने,जितेंद्र वाघ,पुलिस उपायुक्त मंचक इप्पर,आनंद भोइटे,संयुक्त आयुक्त अहदेवी दुर्गुड़े,स्मार्ट सिटी के संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी किरण राज यादव,मुख्य सूचना एवं प्रौद्योगिकी अधिकारी नीलकंठ पोमण,प्रबंध निदेशक (इंफ्रा) अशोक भालकर,कार्यकारी अभियंता मनोज सेठिया,उप अभियंता लक्ष्मीकांत कोल्हे,सूचना एवं प्रौद्योगिकी अधिकारी विजय बोरुडे,अनीता कोटलवार,उज्ज्वला गोडसे सहित एलएंडटी और टेक महिंद्रा कंपनी के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
आईसीटी के बुनियादी ढांचे में डेटा सेंटर,क्लाउड,नेटवर्क,सुरक्षा और हार्डवेयर शामिल हैं जो विभिन्न शहर सेवाओं,नागरिक केंद्रित सेवाओं,स्मार्ट सिटी ऐप और वेब पोर्टल्स,स्मार्ट सुविधाओं और सूचनात्मक सूचना डिस्प्ले के साथ-साथ ऑप्टिकल फाइबर से जुड़ने के लिए आवश्यक हैं। वाई-फाई,वायर्ड बस, वायरलेस सेंसर नेटवर्क, 5जी तक कनेक्टिविटी बैंडविड्थ और दीर्घकालिक विकास नेटवर्क जोड़े गए हैं। इस बारे में प्रतिभागियों ने प्रेजेंटेशन से सीखा।
क्षेत्र कार्यालय क्षेत्र ए में कमांड और कंट्रोल सेंटर के माध्यम से स्मार्ट सिटी परियोजनाओं के माध्यम से विभिन्न सुविधाएं प्रदान की गई हैं,जिसमें 8 पीए सिस्टम,8 वीएमडी,6 कियोस्क,150 स्थानों पर 292 सीसीटीवी,33 वाईफाई,4 पर्यावरण सेंसर,2 एटीसीएस,2 एसटीपी शामिल हैं। 1 डब्ल्यूपीएस,26 ठोस अपशिष्ट वाहन,1 पार्किंग स्थल,1700 पानी के मीटर आदि। सेवाओं को पायलट आधार पर लागू किया गया है। इन सभी परियोजनाओं में नवीनतम तकनीक का इस्तेमाल किया गया है और जुलाई 2023 तक पूरे प्रोजेक्ट को शहर में लागू कर दिया जाएगा। एलएंडटी और टेक महिंद्रा दोनों ही स्मार्ट सिटी विकास परियोजनाओं पर काम कर रहे हैं। कमांड एंड कंट्रोल सेंटर शहर में आपदाओं के प्रबंधन,विषम परिस्थितियों और विभिन्न कार्यों का जवाब देने के लिए नियंत्रण केंद्र है। इसके जरिए पूरे काम की निष्पक्ष निगरानी की जाएगी।