Pcmc पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) आलंदी नगर परिषद ने अपील की है कि इंद्रायणी नदी के प्रदूषित पानी का इस्तेमाल न हो। एक आदेश जारी कर लोगों से अगले कुछ दिनों तक प्रदूषित पानी का इस्तेमाल नहीं करने की अपील की गई है। पालकी कल रवाना होगी। वारी पंढरी जा रहा है। आलंदी में प्रदेश भर से श्रद्धालु,वारकरी पहुंचे हैं। इस पृष्ठभूमि में आलंदी नगर परिषद के मुख्य अधिकारी अंकुश जाधव ने कहा कि आलंदी में प्रदेश भर से वारकरी आते हैं। वे नदी में स्नान करते हैं। कुछ तो नदी का पानी भी पीते हैं। इससे स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए हमने इस प्रथा को रोकने के लिए विशेष आदेश जारी किया है। पिछले कुछ दिनों से नदी के पानी में जहरीले झाग की मोटी परत बन गई है। यह भी चेतावनी दी गई है कि इससे वारकरियों के स्वास्थ्य को खतरा हो सकता है।
कीचड़ हटाने का कार्य
वार्षिक पालकी प्रस्थान समारोह 21 जून को पुणे से लगभग 25 किलोमीटर दूर अलंदी में होगा। इसमें भाग लेने के लिए वारकरी यहां पहुंचे हैं। जाधव ने कहा कि नदी बेसिन से कीचड़ निकालने का काम युद्ध स्तर पर जारी है। शनिवार को हमने घाट क्षेत्र से जलकुंभ को साफ कर दिया है, जहां अधिकांश वारकरी नदी में पवित्र स्नान करते हैं। इसलिए उन्हें अगले कुछ दिनों तक शहर में रहने के दौरान किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
नदी की सफाई के लिए विशेष टीम
नदी की सफाई के लिए कार्यकर्ताओं और अर्थमूवर्स की टीम बनाई गई है। एक अन्य अधिकारी ने कहा कि टीम पहले ही नदी से एक तालाब खोद चुकी है। इसके अलावा,राज्य के सिंचाई विभाग ने शनिवार को देहू में बांध से पानी छोड़ा है। कई श्रद्धालु इंद्रायणी नदी में स्नान कर रहे हैं। कुछ भक्त तीर्थयात्रा के रूप में इंद्रायणी जल पीते हैं। लेकिन अब इंद्रायणी का पानी अशुद्ध हो गया है। इस पानी से नहाना और यहां तक कि अंगों को धोना भी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। आलंदी नगर परिषद इन सभी स्वास्थ्य समस्याओं के बारे में वारकरियों को पहले ही आगाह कर चुकी है।