पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) देश के 73 गणतंत्र दिवस के पावन पर्व पर पिंपरी चिंचवड शहर में मनपा भवन,राकांपा,कांग्रेस,भाजपा कार्यालयों में तिरंगा झंडा फहराया गया। राकांपा शहर अध्यक्ष संजोग वाघेरे ने पिंपरी कैम्प रिव्हर रोड स्थित अमरजीत यादव(अंकल) के कार्यालय पर प्रतिवर्ष की तरह ध्वजारोहण किया। इस अवसर पर उद्योजक दिपक मेवानी,मनिषा अविनाश इंगोले,धूराजी शिंदे,फूलचंद यादव,मदन पाल,पत्रकार संतलाल यादव समेत कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। अमरजित यादव ने सभी मान्यवरों का गुलाब के फूल से स्वागत किया। उपस्थित लोगों को लड्डू वितरण किया गया। खरावडवाडी के कांग्रेस कार्यालय में शहर अध्यक्ष डॉ. कैलास कदम के हाथों ध्वजारोहण किया गया।
जैसा कि आजादी का नारा अंग्रेजों के अत्याचारी शासन को समाप्त करना था। इसी तरह आजादी के अमृत जयंती वर्ष में देश में भाजपा की तानाशाही को उखाड़ फेंकने के लिए देश की सभी जनता को भाजपा चले जाओ का नारा लगाने की जरूरत है। ऐसा मनोगत कैलाश कदम ने व्यक्त किया। डॉ.कैलाश कदम ने झंडा फहराया। इस समय प्रस्तावना सामूहिक रूप से पढ़ी गई। डॉ. कैलास कदम, कविचंद भट, नरेंद्र बंसोडे, सयाली नाधे ने दर्शकों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दीं। पूर्व महापौर कविचंद भट, वरिष्ठ नेता निगार बरसकर, युवा कांग्रेस नगर अध्यक्ष नरेंद्र बंसोडे, पिंपरी चिंचवड महिला कांग्रेस नगर अध्यक्ष सयाली नढे, शिक्षा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष अभिमन्यु दाहितुले, वरिष्ठ नेता राजाभाऊ भोंडवे, हीरा जाधव, सेवा दल के नगर अध्यक्ष वीरेंद्र गायकवाड़, वरिष्ठ नागरिक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष लक्ष्मण रूपनेर, भाऊसाहेब मुगुतमल, तानाजी काटे, डॉ. सुनीता फुलावरे, दिनकर भालेकर, मौली मालशेट्टी, अबा खराडे, प्रा. किरण खाजेकर, इस्माइल संगम, तारिक अख्तर, किरण नाधे, स्वाति शिंदे, रानी राठौड़, रोहित भट, सौरभ शिंदे, रोहित तिकोने, पांडुरंग जगताप, सारिका शिंदे, शरद पुलवाले, अनीता डोलस, कोमल पैकराव, अनीता अधिकारी, उषा साल्वे, ललित थोराट, सीमा गायकवाड़,अकबर शेख, आनंद फड़तारे,चंद्रशेखर हुंशाल,विजय ओवल,गौतम ओवल, सुनील राउत, स्वप्निल बंसोडे आदि उपस्थित थे।
डॉ.कैलाश कदम ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम 1857 में शुरू हुआ। हुतात्मा सुखदेव, भगत सिंह, पिंपरी चिंचवड़ के चापेकर भाइयों और हुतात्मा राजगुरु, दाभाडे, बाबू जेनु और हेमू कलानी का बलिदान अमूल्य है। ऐसे हजारों शहीदों के बलिदान से हमें संविधान में कामकाज की आजादी 26 जनवरी 1950 को मिली।
आज भारत दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में जाना जाता है। संविधान द्वारा प्राप्त इस लोकतंत्र को भाजपा से सत्ता से खतरा है। भारतीय लोकतंत्र के फलने-फूलने और हमेशा के लिए चलने के लिए,केंद्र में भाजपा की तानाशाही शक्ति को हटाना आवश्यक है। इसके लिए देश के सभी लोगों को बीजेपी चले जाओ का नारा देने की जरूरत है। तभी हमारी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य सुरक्षित होगा। ऐसा कैलाश कदम ने कहा। स्वागत माउली मलशेट्टी,सूत्रसंचालन वीरेंद्र गायकवाड़ और आभार प्रा. किरण खोजेकर ने माना।