Pune News पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) बदलते मौसम के साथ वायरल इंफेक्शन के लक्षण वाले मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है। बार-बार होने वाले इन जलवायु परिवर्तनों से अधिकांश बच्चे,वरिष्ठ नागरिक और गर्भवती महिलाएं पीड़ित देखी जा रही हैं।
शहर के डॉक्टरों ने आउट पेशेंट विभाग में सूखी खांसी,जुकाम,वायरल बुखार और उल्टी जैसे लक्षणों वाले मरीजों की संख्या में खासी बढ़ोतरी देखी है। मरीजों में यह बढ़ोतरी एक हफ्ते से ज्यादा समय से देखी जा रही है और इन मरीजों में मुख्य रूप से बच्चे और वरिष्ठ नागरिक शामिल हैं। बदलते मौसम के साथ वायरल इंफेक्शन के लक्षण वाले मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है। बार-बार होने वाले इन जलवायु परिवर्तनों से अधिकांश बच्चे, वरिष्ठ नागरिक और गर्भवती महिलाएं पीड़ित देखी जा रही हैं। लिहाजा सामान्य चिकित्सक के बाह्य रोगी विभाग में प्रतिदिन करीब 8 से 10 मरीज दवा के लिए आ रहे हैं।
अपोलो स्पेक्ट्रा अस्पताल डॉ.सम्राट शाह ने कहा कि मौसम बदलने के साथ वायरल संक्रमण बढ़ता है। पिछले दो सालों की तुलना में इस साल सर्दी, खांसी, बदहजमी और बुखार के मरीज इलाज के लिए ज्यादा आ रहे हैं। अगर सर्दी, बुखार और खांसी ज्यादा दिनों तक बनी रहे तो इसे नजरअंदाज न करें और तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। यदि सर्दी के मौसम में नागरिकों ने उचित देखभाल नहीं की तो संक्रामक रोगों की गंभीरता बढ़ सकती है। इसलिए, जटिलताओं से बचने के लिए जल्द से जल्द इलाज करवाना आवश्यक है।
मातृत्व अस्पताल के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. जगदीश कथावते ने कहा, बीमार व्यक्ति के खांसने या छींकने से निकलने वाले वायरस सर्दियों की शुष्क हवा में तेजी से संक्रमण फैला सकते हैं। तो जाहिर है संक्रमण की रफ्तार भी काफी है। नागरिक घर पर एकत्र होते हैं या यात्रा के लिए भीड़ के साथ घुल मिल जाते हैं। यह संक्रमण के प्रसार को और बढ़ावा देता है। सभी रोगियों में सर्दी की बीमारी के लक्षणों का अनुभव नहीं होता है। वे अक्सर बहुत हल्के होते हैं, लेकिन ऐसे व्यक्ति बीमार होने के बाद दो सप्ताह तक दूसरों को संक्रमण पहुंचा सकते हैं। अगर बच्चों में कोई लक्षण दिखता है, तो उन्हें अपने डॉक्टर से परामर्श करने में देरी नहीं करनी चाहिए।
जोखिम समूह क्या है?
इम्यूनो कॉम्प्रोमाइज्ड रोगियों को मुख्य रूप से ऐसी बीमारियों का खतरा होता है। वरिष्ठ नागरिकों, बच्चों और गर्भवती महिलाओं को खांसी और बुखार जैसे लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। डायबिटीज, किडनी डिसऑर्डर और कैंसर, हाई ब्लड प्रेशर, हृदय रोग के मरीजों को हर मौसम में विशेष देखभाल की जरूरत होती है। घर का बना ताजा और चौकोर आहार, खूब पानी पीना महत्वपूर्ण है। पांच दिनों से अधिक समय तक बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ होने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।