Pcmc News पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) आंध्रा बांध से पानी में भारी गिरावट के कारण पूरे शहर में आठ दिनों तक पानी की आपूर्ति बाधित रही। अब आंध्र से पहले की तरह 80 मिलियन लीटर (एमएलडी) पानी मिलना शुरू हो गया है। लेकिन, पानी की कमी की शिकायतें अभी भी बनी हुई हैं। थेरगांव, वाकड इलाकों से पानी की कमी की शिकायतें मनपा के पास आ रही हैं। इस बीच नल को सीधे मोटर से जोड़कर पानी लेने वाले शहरवासियों पर जलदाय विभाग ने नकेल कसना शुरू कर दिया है। अब तक 19 मोटर जब्त की जा चुकी हैं। नागरिकों को कम दबाव अथवा पर्याप्त मात्रा में पानी न मिलने से हाहाकार मचा हुआ है। पवना बांध में पानी जुलाई तक के लिए शेष बचा है। उपरी हिस्से में बसी बस्तियों को पानी मिलना मुश्किल हो गया है।
पिंपरी-चिंचवड़ शहर में पिछले चार साल से एक दिन पानी की सप्लाई हो रही है। अप्रैल और मई माह में अपर्याप्त, कम दबाव से जलापूर्ति की शिकायतें काफी बढ़ जाती हैं। उसमें आंध्रा बांध से मिलने वाले पानी में बड़ी कमी आयी। चार दिनों तक शहर को मात्र 21 एमएलडी पानी मिला। 59 एमएलडी पानी की कमी के कारण उपनगरों सहित संबंधित गांवों में पानी की समस्या गंभीर हो गई थी। वकाड, थेरगांव, ताथवाडे, पुनावले, चर्होली, मोशी, डुडुलगांव के तेजी से बढ़ते उपनगरों में पानी की गंभीर समस्या थी। नगर निगम प्रशासन ने तत्काल कदम उठाते हुए सिंचाई विभाग के अधिकारियों से चर्चा की। इस हिसाब से पहले की तरह 80 एमएलडी पानी मिलना शुरू हो गया है। इसलिए जलापूर्ति बहाल कर दी गयी है। हालाँकि, शिकायतें बनी रहती हैं। नगर निगम की ’सारथी हेल्पलाइन’ पर अपर्याप्त और कम दबाव से पानी सप्लाई की शिकायतों का सिलसिला जारी है। शिकायतें बढ़ने पर नगर पालिका ने पवना बांध से 10 एमएलडी पानी अधिक लेना शुरू कर दिया है।
शहर के लिए प्रतिदिन 615 एमएलडी पानी
मावल में पवना बांध और आंध्रा बांध से शहरवासियों को पानी की आपूर्ति की जाती है। नगर पालिका प्रतिदिन 615 मिलियन लीटर (एमएलडी) पानी खींचती है, जिसमें पवना बांध से 520, आंध्र से 80 और औद्योगिक विकास निगम से 15 मिलियन लीटर पानी आता है। इसके बाद भी जलापूर्ति को लेकर शिकायतें जारी हैं।
19 मोटर जब्त की गईं
सांगवी क्षेत्र में नागरिक मोटर चलाकर सीधे नल से पानी प्राप्त करते थे। ऐसे में इलाके से अपर्याप्त और कम दबाव से पानी सप्लाई की बढ़ती शिकायतों के बाद जलापूर्ति विभाग की टीम ने निरीक्षण किया। जल आपूर्ति विभाग ने कहा कि मोटर को सीधे नल से जोड़कर पानी लेने वाली 19 कारों को जब्त कर लिया गया है और कार्रवाई जारी रहेगी।
कर्मचारी निर्वाचन कार्य में
जलदाय विभाग के 200 में से 70 से अधिक कर्मचारी चुनाव कार्य में लगे हैं। इससे जलापूर्ति संबंधी शिकायतों के समाधान में देरी हो रही है। आंध्रा बांध से पानी बहाल कर दिया गया है। नल पर मोटर लगाकर पानी खींचने वालों पर कार्रवाई की जा रही है। मुख्य अभियंता श्रीकांत सवणे ने कहा कि पर्याप्त कर्मचारियों की कमी के कारण ऑपरेशन सीमित है। जिला कलेक्टर के निर्देशानुसार सहायक चुनाव निर्णय अधिकारियों को जलापूर्ति विभाग के कर्मचारियों को चुनाव कार्य से बाहर रखने के निर्देश दिये गये हैं। सामान्य प्रशासन विभाग के उपायुक्त विट्ठल जोशी ने बताया कि इनके स्थान पर रिजर्व कर्मचारियों की नियुक्ति की जायेगी।