Pcmc News पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) 100 वर्षों तक कला के क्षेत्र में एक गतिविधि चलाना कोई आसान काम नहीं है। यह मराठी मानुष के रंगमंच प्रेम के कारण ही संभव हो सका। राजनीति में कुछ साहसिक प्रयोग भी होते रहते हैं। ऐसा ही एक प्रयोग हम डेढ़ साल पहले भी कर चुके हैं। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने हास्यपद शब्दों में कहा कि यह इतिहास में दर्ज होगा।
ऐतिहासिक 100वां अखिल भारतीय मराठी नाट्य सम्मेलन चिंचवड़ के श्री मोरया गोसावी संकुल में शुरू हुआ। 99वें नाट्य सम्मेलन के अध्यक्ष प्रेमानंद गजवी ने नटराज की पूजा कर सम्मेलन का उद्घाटन किया। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष, स्वागताध्यक्ष शरद पवार,उद्योग मंत्री उदय सामंत, सांसद श्रीरंग बारणे, विधायक अश्विनी जगताप, उमा खापरे, 100वें सम्मेलन के अध्यक्ष डॉ.जब्बार पटेल, नाट्य परिषद के अध्यक्ष प्रशांत दामले,कलेक्टर डॉ.राजेश देशमुख उपस्थित थे। कला के क्षेत्र में किसी गतिविधि को हर वर्ष 100 वर्षों तक जारी रखना कोई आसान काम नहीं है। यह मराठी मानुष के रंगमंच प्रेम के कारण ही संभव हो सका। दरअसल, यह 100 वाँ सम्मेलन दो साल पहले होनी थी। लेकिन कोरोना के कारण ऐसा नहीं हुआ। शायद नियति चाहती थी कि 100वीं विधानसभा एकनाथ शिंदे के मुख्यमंत्री बनने के बाद ही हो।
कलाकारों के लिए आवास के मुद्दे को हल करने के लिए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की उपस्थिति में एक बैठक आयोजित की जाएगी। सेवानिवृत्ति की उम्र में आवास,पेंशन की समस्या उत्पन्न हो जाती है। इसलिए बैठक के लिए सरकार द्वारा उपलब्ध कराये गये फंड से कुछ राशि पेंशन, इलाज के लिए दी जायेगी। उद्योग मंत्री उदय सामंत ने नाट्य परिषद के लिए 25 करोड़ रुपये के फंड की मांग की।