Pune News पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) पिंपरी-चिंचवड शहर से मुंबई तक सिंहगढ़ एक्सप्रेस से 150 से 2000 यात्री सफर करते हैं; हालांकि चूंकि इस ट्रेन में पिंपरी और चिंचवड के लिए एक ही कोच है, इसलिए कोच में बढ़ती भीड़ के कारण लगातार कहासुनी और मार-पीट होती रहती है। इसको लेकर शहर के यात्रियों ने सिंहगढ़ के कोचों की संख्या बढ़ाने के लिए मंडल कार्यालय को पत्र दिया। हालांकि, पिंपरी-चिंचवडकर को रेल प्रशासन द्वारा अनदेखी की गई है और पुणे से एक नई बोगी प्रदान की गई है।
कोरोना के दौरान सह्याद्री एक्सप्रेस बंद रही। साथ ही सिंहगढ़ एक्सप्रेस के भी पांच डिब्बे कम कर दिए गए। कोरोना के बाद यातायात सामान्य होने के बाद भी रेल सेवा बहाल हुई ऐसे में यात्रियों का सफर सुखद के बजाय परेशानी भरा होता जा रहा है। विवाद अब मारपीट में बदल गया है।
पिछले एक महीने में झड़प की छह घटनाएं हुईं। पिछले सप्ताह सात लोगों के खिलाफ एक व्यक्ति की पिटाई करने का मामला दर्ज किया गया है। देखने में आ रहा है कि इस पिटाई के बाद ही रेल प्रशासन ने बोगियां बढ़ाने का निर्णय लिया। सिंहगढ़ एक्सप्रेस में पिंपरी और चिंचवडकर के लिए केवल एक कोच है। इसका आधा हिस्सा पिंपरी और दूसरा चिंचवड के लिए खोला जाता है। यात्रियों की संख्या 700 से 800 बग्गी और केवल एक बग्गी तक सीमित है।
ऐसे में पिंपरी के यात्री इतनी कम जगह में कैसे सफर कर सकते थे। ऐसे में हर दिन स्पेस को लेकर परेशानी होती है। रेलवे पुलिस के साथ-साथ यात्रियों ने बताया कि ट्रेन में चढ़ते समय दुर्घटनाएं हमेशा होती रहती हैं। इस संबंध में समाधान निकालने के लिए शहर की यात्री यूनियन ने रेल प्रशासन को ज्ञापन देकर लगातार फॉलोअप किया। परिणाम स्वरूप ट्रेन में एक अतिरिक्त बोगी जोड़ी गई। लेकिन उस बोगी को पिंपरी-चिंचवड़ यात्रियों के लिए आरक्षित करने के बजाय पुणे से ही मुहैया कराया गया है। नतीजतन पिंपरी-चिंचवड़ से सिंहगढ़ जाने वाले लोगों की समस्या जस की तस है।