Pune News शिवाजीनगर(व्हीएसआरएस न्यूज) सावित्रीबाई फुले,महर्षि धोंडो केशव कर्वे ने महिलाओं को शिक्षा की नींव दी। इसलिए आज महिलाएं मंच पर हैं। आज भी महिलाओं को शिक्षा का मौका नहीं मिलता,सुरक्षा का सवाल है। जैसे गणपति के पास हथियार हैं उनके हाथ,श्री शक्ति अधिनियम महिलाओं को न्याय की ओर ले जाने के लिए है। यह राय विधान परिषद की उपाध्यक्ष डॉ.नीलम गोर्हे ने एक कार्यक्रम में व्यक्त की
चतुर्थ गणपति श्री तुलसीबाग लोक गणपति उत्सव मण्डल ट्रस्ट द्वारा रविवार (7 तारीख) को ’तुलसीबाग श्री शक्ति सम्मान’ का आयोजन किया गया। गोरे इस समय बोल रहे थे। उन्होंने आगे कहा,श्री शक्ति अधिनियम की जरूरत इसलिए नहीं है कि हमारे साथ अन्याय न हो, बल्कि अन्य महिलाओं के साथ अन्याय को रोकने के लिए है। महिलाओं के इतिहास को सामने लाना ही वास्तविक इतिहास है। सम्मानित महिलाओं ने यह इतिहास रच दिया है। गोर्हे ने इस अवसर पर सम्मानित महिलाओं को बधाई दी।
तुलसी बाग सार्वजनिक गणपति उत्सव मंडल ट्रस्ट हर साल गणेशोत्सव के दौरान इस गतिविधि ’एक दिवस महिलानाचा’ का आयोजन करता है। समाज के विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्धियां हासिल करने वाली महिलाओं को सम्मानित किया जाता है। स्वाति दैथंकर,गौतमी देशपांडे को डॉ गोर्हे द्वारा सम्मान के बैज के साथ सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में डॉ.शैलेश गूजर ने सम्मानित महिलाओं का साक्षात्कार लिया। इस दौरान बोर्ड के अध्यक्ष विकास पवार मौजूद रहे।