Mumbai News मुंबई(व्हीएसआरएस न्यूज) महाराष्ट्र सरकार में अजित पवार के आने पर अपने गुट को मना रहे एकनाथ शिंदे की टेंशन अब और बढ़ने वाली है। उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा है कि उनकी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी महाराष्ट्र की 90 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। वहीं एक दिन बाद अब एक और धमाका हुआ है। पता चला है कि अजित पवार ने बीजेपी के साथ लोकसभा सीटों के लिए भी डील कर ली है। सूत्रों ने कहा कि एनसीपी 2024 के लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र की 48 में से 13-15 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
दरअसल विधानसभा चुनाव में एनसीपी वर्तमान में कांग्रेस के कब्जे वाली सीटों पर चुनाव लड़ेगी। लेकिन यह भी तय हो गया है कि एनसीपी 13-15 लोकसभा सीटों पर भी चुनाव लड़ेगी। इसमें चार सीटें शामिल होंगी जिनमें एनसीपी के मौजूदा सांसद हैं और औरंगाबाद जैसी सीटें भी शामिल हैं जहां विपक्ष ने 2019 में जीत हासिल की थी।
महाराष्ट्र में डबल डिजिट पार करने की जुगत में पवार खेमा
एनसीपी नेता ने कहा कि अपनी स्थापना के बाद से पार्टी लोकसभा चुनावों में महाराष्ट्र में डबल डिजिट का आंकड़ा पार नहीं कर पाई है। ऐसे में इस बार यह तय किया जाएगा कि हम इस बार डबल डिजिट का आंकड़ा पार करें। शिंदे गुट के पास 13 सांसद हैं। वे तय करेंगे कि कितने लोग लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। लेकिन हमने साफ कर दिया है कि हम 13-15 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे।राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता अजित पवार फिर से महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री बन गए हैं। अजित पवार के अलावा उनके साथ एनसीपी के वरिष्ठ नेता छगन भुजबल, दिलीप वलसे पाटिल, हसन मुश्रीफ, धनंजय मुंडे, धर्मराव बाबा अत्राम, अदिति तटकरे, संजय बनसोडे और अनिल भाईदास पाटिल ने भी मंत्री पद की शपथ ली है।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता अजित पवार एक बड़े राजनीतिक घटनाक्रम के तहत फिर से महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री बन गए हैं। वह पिछले चार साल में तीसरी बार राज्य के उपमुख्यमंत्री पद पर काबिज हुए हैं। अजित वर्ष 2019 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार में कुछ घंटों के लिए उपमुख्यमंत्री रहे थे। उन्होंने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली राज्य की पिछली महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार में भी उपमुख्यमंत्री पद संभाला था। महाराष्ट्र में एमवीए सरकार नवंबर 2019 से जून 2022 तक सत्ता में थी।महाराष्ट्र के राज्यपाल रमेश बैस ने रविवार को मुंबई के राजभवन में एक समारोह के दौरान नवनियुक्त राज्य मंत्री छगन भुजबल को बधाई दी। राज्य के डिप्टी सीएम देवेन्द्र फडणवीस भी नजर आ रहे हैं। महाराष्ट्र के राज्यपाल रमेश बैस ने रविवार को मुंबई के राजभवन में नव-शपथ ग्रहण करने वाले राज्य मंत्री हसन मुश्रीफ को बधाई दी। राज्य के नवनियुक्त उपमुख्यमंत्री अजित पवार भी नजर आ रहे हैं।
महाराष्ट्र के राज्यपाल रमेश बैस ने रविवार को मुंबई में राजभवन में राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस की उपस्थिति में नव-शपथ ग्रहण करने वाले राज्य मंत्री संजय बनसोडे को बधाई दी। राज्य के नवनियुक्त उपमुख्यमंत्री अजित पवार भी नजर आ रहे हैं।महाराष्ट्र के राज्यपाल रमेश बैस ने रविवार को मुंबई के राजभवन में राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस की उपस्थिति में नवनियुक्त राज्य मंत्री धनंजय मुंडे को बधाई दी।महाराष्ट्र के राज्यपाल रमेश बैस ने रविवार को मुंबई के राजभवन में राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और राज्य के उप मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस की उपस्थिति में नवनियुक्त राज्य मंत्री अनिल भाईदास पाटिल को बधाई दी।
महाराष्ट्र के राज्यपाल रमेश बैस ने रविवार को मुंबई के राजभवन में राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस की उपस्थिति में नवनियुक्त राज्य मंत्री अदिति तटकरे को बधाई दी।महाराष्ट्र के राज्यपाल रमेश बैस ने रविवार को मुंबई में राजभवन में राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस की उपस्थिति में नव-शपथ ग्रहण करने वाले राज्य मंत्री दिलीप वालसे पाटिल को बधाई दी। राज्य के नवनियुक्त उपमुख्यमंत्री अजित पवार भी नजर आ रहे हैं।महाराष्ट्र के राज्यपाल रमेश बैस ने रविवार को मुंबई में राजभवन में राज्य के सीएम एकनाथ शिंदे की उपस्थिति में नव-शपथ ग्रहण करने वाले राज्य मंत्री धर्मराव बाबा अत्राम को बधाई दी। राज्य के नवनियुक्त उपमुख्यमंत्री अजित पवार भी नजर आ रहे हैं।
शिंदे के नेतृत्व वाले शिवसेना खेमे में तनाव और बढ़ने की संभावना
एनसीपी ने रायगढ़, बारामती, शिरूर और सतारा लोकसभा सीटें जीती थीं। खचखच् ने औरंगाबाद में जीत हासिल की थी। इसके अलावा कांग्रेस-एनसीपी ने नवनीत राणा का समर्थन किया, जो अमरावती से जीती थीं, लेकिन बाद में उन्होंने बीजेपी से हाथ मिलाना चुना। बीजेपी के साथ एनसीपी के समझौते से मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले शिवसेना खेमे में तनाव और बढ़ने की संभावना है। जो पहले से ही अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी के आने के बाद उन्हें दिए जाने वाले कैबिनेट विभागों की संख्या में कटौती से नाराज है।
एनसीपी ने 90 सीटें मांगने पर क्या दिया तर्क
90 सीटों के पीछे का तर्क समझाते हुए नेता ने कहा कि एनसीपी के पास फिलहाल 53 विधायक हैं। उन्होंने कहा कि इसमें दो निर्दलीय विधायकों यानी देवेंद्र भुयार और संजय शिंदे को जोड़ा जाएगा। इससे उनकी संख्या 55 हो जाएगी। नेता ने कहा कि कांग्रेस ने महाराष्ट्र में 45 विधानसभा सीटें जीती हैं। ये सिर्फ कांग्रेस के वोट नहीं हैं लेकिन एनसीपी ने भी उन्हें जीत दिलाने में मदद की है।
एनसीपी की गुणा-गणित समझें
एनसीपी नेता ने कहा कि स्वाभाविक रूप से अगर हम उनके खिलाफ चुनाव लड़ते हैं तो हमारे पास उन सीटों को जीतने का बेहतर मौका है। एनसीपी की गुण-गणित के अनुसार, उसके पास कुल 90 विधानसभा सीटें जीतने की बेहतर संभावना है क्योंकि यह बीजेपी और एनसीपी वोटों का ’जीतने वाला’ गठजोड़ होगा।